उत्तराखण्ड
उत्तराखण्ड सैनिकों की वीरभूमि है, इनकी शहादत हमेशा स्मरणीय रहेगी।
हल्द्वानी 16 दिसम्बर
1971 में ढाका मेे भारतीय सेना के अदम्य साहस, पराक्रम व शौर्य के आगे पाकिस्तान की सेना ने घुटने टेक दिये। युद्व में अपना सर्वोच्च अर्पण करने वाले मॉ भारती के वीर सपूतो को इस विजय दिवस के अवसर पर सैनिक शहीद स्मारक स्थल काठगोदाम रोड हल्द्वानी में मेजर जनरल से.नि.इन्द्रजीत सिंह बोरा, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जगदीश चन्द्र, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सैनिक कल्याण अधिकारी कै.से.नि. आर धपौला, मे.से.नि. बीएस रौतेला एंव पूर्व सैनिकों द्वारा पुष्प,पुष्प चक्र एंव श्रद्धा सुमन अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धाजंलि दी गई।
इस अवसर पर शहीदों की वीरांगनाओं व युद्ध में शामिल सैनिकों को अंग वस्त्र भेटें का अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ने कहा कि सैनिक हमारी शान हैं। उत्तराखण्ड सैनिकों की वीरभूमि है, इनकी शहादत हमेशा स्मरणीय रहेगी। सैनिक कल्याण अधिकारी कै.से.नि. आरएस धपोला ने कहा कि उनके स्तर से सैनिकों की सभी समस्याओं का त्वरित गति से निदान किया जाता है। हमारा दायित्व है कि सैनिकों का सम्मान करते हुए उन्हें उनके हक के साथ ही उनकी समस्याओं को निराकरण प्राथमिकता से करेगे। उन्होने कहा कि आज देश की रक्षा सैनिकों में हर पॉचवां सैनिक उत्तराखण्ड का है तथा भारतीय सेना में उत्तराखण्ड की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत है। यह हमारे लिए गौरव की बात है।
विजय दिवस की 50वी वर्षगांठ कार्यक्रम मेे पूर्व सैनिक सूबेदार शेर सिंह, सि.किशन सिंह,ह. पूरन चन्द्र जोशी,सूबेदार मेजर से.नि. खिलानन्द, सि.स्व. कृपाल सिंह की वीरांगना सरस्वती देवी, सि.स्व. मोहन चन्द्र की वीरांगना नन्दी देवी को अंगवस्त्र भेट कर सम्मानित किया गया।