उत्तराखण्ड
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय विज्ञान और अन्य पाठ्यक्रमों में ई-सामग्री निर्माण के लिए भी सहयोग करेगा।
• उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच वैज्ञानिक स्वभाव को प्रोत्साहन देने तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए एक परस्पर संवादात्मक सत्र का आयोजन किया गया जिसमें प्रोफेसर अनीता रावत, निदेशक, उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) ने मुख्य वक्ता के रूप में व्याख्यान दिया ।
• प्रोफेसर अनीता रावत ने यूसर्क की विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के बारे में विस्तार बताया तथा यूसर्क द्वारा कैसे राज्य के दूरस्थ स्थित विद्यार्थी तक विज्ञान शिक्षा को तकनीक को पहुंचने में कार्यरत है इस पर भी चर्चा की । उन्होंने विभिन्न आयामों पर भी प्रकाश डाला जिसमें उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, यूसर्क के साथ knowledge partner के रूप में सहयोग कर सकता है । उन्होंने कहा कि आज विज्ञान को समाज और संस्कृति से जोड़ते हुए आगे बढ़ने की आवश्यकता है। निदेशक प्रोफेसर डॉ अनीता रावत ने बताया कि यूसर्क द्वारा प्रदेश भर में स्टैम (विज्ञान,प्रौद्योगिकी, अभियंत्रिकी एवं गणित) प्रयोगशालाओं की स्थापना की गई है । प्रोफेसर अनीता रावत ने यह भी अवगत कराया कि यूसर्क शीघ्र ही डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्रों को कौशल विकास के द्वारा स्वरोजगार की ओर प्रेरित करेगा तथा जिसमें उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय विज्ञान और अन्य पाठ्यक्रमों में ई-सामग्री निर्माण के लिए भी सहयोग कर सकता है । प्रोफेसर अनीता रावत ने यह भी बताया गया कि यूसर्क द्वारा बसंत पंचमी पर्व को खेती बाड़ी दिवस के रूप में मनाया गया । प्रोफेसर रावत ने कहा कि सॉइल साइंस, एग्रोनॉमी, फिशरीज, ऑर्गेनिक फार्मिंग, मशरूम, मुर्गीपलन, वर्मी कंपोस्टिंग, आदि में भी शोध और प्रशिक्षण की अपार संभावनाएं हैं । निदेशक, यूसर्क ने कहा कि विज्ञान के प्रचार – प्रसार एवं शोध के लिए संस्थान हर संभव मदद करेगा।
• सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर ओ पी एस नेगी ने की । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओ पी एस नेगी ने निदेशक डॉ रावत का शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिवादन किया एवं विश्वविद्यालय में संचालित हो रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों एवं अन्य गतिविधियों के बारे में विस्तार से चर्चा की ।
• सत्र का संचालन उप कुलसचिव विमल मिश्र द्वारा किया गया ।
• धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर गिरिजा पाण्डे निदेशक , सीआईक्यूए (CIQA) तथा निर्देशक, शोध तथा नवाचार ने किया ।
• इस सत्र में प्रोफेसर ए के नवीन, श्रीमती आभा गर्खाल ( वित्त नियंत्रक), डॉ जितेन्द्र पांडे, डॉ प्रवीण सहगल, डॉ. विशाल शर्मा, डॉ. मंजरी अग्रवाल, डॉ. चारू पन्त, डॉ. गौरी नेगी, डॉ. कमल देवलाल, डॉ. मीनाक्षी राणा आदि मौजूद थे ।