उत्तराखण्ड
क्या है कालाढूंगी विधानसभा का हाल जानिये।
उत्तराखंड में प्रमुख रूप से कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी लड़ाई मानी जा रही है।आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता पर काबिज होना चाहती है. वहीं भाजपा अपने हिस्से से इस राज्य को नहीं जाने देना चाहती।
कालाढूंगी विधानसभा सीट भाजपा के लिए सुरक्षित मानी जाती है. दो बार हुए विधानसभा चुनाव में यहां भाजपा ने जीत दर्ज की थी। यहां से भाजपा के बंशीधर भगत विधायक हैं. जिनसे लोगों की नाराजगी काफी देखने को मिली थी भाजपा इस सीट पर अपने उम्मीदवार बदलने के मूड में थी लेकिन जीत के आंकड़ों को देखते हुए भाजपा भगत के नाम को लेकर कुछ नहीं बोल पाई और टिकट आखिरकार वंशीधर भगत को दे दिया।
कालाढूंगी विधानसभा सीट 2012 में अस्तित्व में आई. इस सीट पर दो बार अब तक विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. दोनों बार बंशीधर भगत ने चुनाव जीता है. 2012 के विधानसभा चुनाव में बंशीधर भगत 22744 वोट पाकर विधायक बने. इस चुनाव में कांग्रेस के प्रकाश जोशी 20374 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में बंशीधर भगत 45704 वोट पाकर विधानसभा पहुंचे. वहीं कांग्रेस के प्रकाश जोशी 25107 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे तब कॉंग्रेस में अंतर्कलह सामने आई जिसमें महेश शर्मा को टिकट नहीं मिला वह निर्दलीय मैदान में उतर गए जिससे वंशी धर भगत के लिये राह आसान हो गई पर इस बार ऐसा नहीं है इस बार कॉंग्रेस में बगावत नहीं है पर भाजपा में जरूर कई दावेदारों के मन खट्टे हुए है और एन मौके पर चुनाव से ठीक पहले मंत्री भगत का एक तथाकथिक ऑडियो वायरल हुई थी इसका खामियाजा भी भाजपा को भुगतना पढ़ सकता है। अब यह सब भविष्य के गर्त में है सबकी नजर भाजपा कांग्रेस पर टिकी है 10 मार्च को साफ हो जाएगा किसके सिर सजेगा ताज।