उत्तराखण्ड
अजब मेहनत के गजब फल।
चंद्रशेखर जोशी-
हर मौसम के ढेर सारे फल खिलाते हैं बचदा बची सिंह बिष्ट। कल उन्हें राज्य सरकार पुरस्कार देने वाली है। आप भी आइए, आडू खाएंगे और बिष्ट जी को बधाई भी देंगे।
…इन फलों में पानी के संचय से मिठास और तरावट भरी है। उत्तराखंड के नैनीताल जिले के दूर पर्वतीय गांव जब बीरान होने लगे तो बची सिंह के साथ एक टीम ने करीब 10 साल पहले पानी संचय की मुहिम शुरू की। गहरे गड्ढे खोदकर उनमें प्लास्टिक की मोटी पन्नी बिछाई और बारिश का पानी एकत्र कर लिया। दूर स्रोतों से भी इन तालाबों में पानी भरा जाता है। इसके बाद से गांव वालों के पास हर मौसम में पर्याप्त पानी रहता है।
…करीब आधा दर्जन गांवों में बने इन तालाबों की क्षमता एक करोड़ लीटर पानी तक पहुंच गई है। अब इन गांवों के बगीचों में रसीले सेब, आडू, खुमानी, पुलम, नीबू होते हैं। खेतों में खूब सब्जियां होती हैं। किसान फल और सब्जियां मंडी में बेचते हैं, मेहनत का कुछ हिस्सा बिचौलिए भी चट कर जाते हैं। जो भी हो करीब 10 साल की मेहनत के बाद ये गांव आबाद हो गए हैं। दूर महानगरों में नौकरी करने वाले युवा भी गांव लौट आए हैं।
..सरकार का सम्मान अपनी जगह, बचदा की पूरे टीम सम्मानित है इस जगह..
ऐसे लोगों के लिए साहिर साहब ने कहा था-
माना कि इस जमीं को न गुलजार कर सके,
कुछ खार कम तो कर गए गुजरे जिधर से हम।