राष्ट्रीय
क्या ये अंक आगे चलकर हमें प्रतियोगी परीक्षाओं में किसी तरह की मदद करने वाला है।
गजब की नीति — फीस आदि के नाम पर अभिभावकों का लाखों खर्च होने के बाद उन्हें खुश होने का खूब मौका दे दिया l खुश होंगे भी क्यों नही कोई 95 कोई 97 कोई 98 प्रतिशत तक अंक ला रहे हैं 90 से नीचे तो बहुत कम ही हैं l पर क्या ये अंक आगे चलकर हमें प्रतियोगी परीक्षाओं में किसी तरह की मदद करने वाले हैं शायद नही l असल में यह परिणाम अपवाद स्वरूप कुछ मेहनतकश छात्रों को यदि छोड़ दें तो सीबीएसई बोर्ड वाले कथित बड़े स्कूलों ने सालों तक अभिभावकों से जो लाखों की रकम वसूली है उसके गम को कुछ करने का इनाम जैसा है l इसमें खुशी स्वाभाविक है परन्तु यह खुशी मनाने के साथ ही आत्मचिंतन का भी विषय है l हमें ठगी पर उतर आए सीबीएसई से संचालित कतिपय स्कूलों के जाल में फंसने के बजाए बच्चों पर घर पर ज्यादा ध्यान देना होगा l