राष्ट्रीय
NEET प्रवेश परीक्षा के बाद अब UGC नेट में गड़बड़ी: शिक्षा मंत्रालय ने रद्द की परीक्षा, सीबीआई जांच के दिए आदेश . छात्रों में आक्रोश ,सड़कों में उतरने की संभावना ।।
भारत में परीक्षा कराना सबसे ज्यादा चुनौती पूर्ण क्यों बना ?
नई दिल्ली – देश में फिर एक परीक्षा गड़बड़ी के भेंट चढ़ गई , उस पर बात करेंगे लेकिन पहले कुछ विचार शेयर कर रहे हैं जब कोई परीक्षा होती है तो उसकी तैयारी युवा एक दिन नहीं, एक साल नहीं बल्कि कई साल करते हैं और जब परीक्षा होती है तो अपनी उम्मीदों को अपने कंधे में ढोते हुए चलते हैं, उन परीक्षा केंद्रों तक जो उनके निवास स्थान या फिर जिस स्थान में युवा काम करते हैं वहां से सैकड़ो या हज़ार किलोमीटर दूर होती हैं , लेकिन जब पता चलता है कि इतनी मेहनत के बाद उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है तो उनका दिल टूट जाता है, और वह इस सिस्टम को खूब गाली देते हैं , लेकिन वह जानते हैं कि गाली देने से काम चलेगा नहीं तो उन्हें फिर एक उम्मीद आती है और फिर अगली बार की तैयारी में लगते हैं , फिर अगली बार भी यही कहानी दोहराती है, जिससे युवा के सपने हमेशा के लिए सपने ही रह जाते हैं , और पेपर देने वाला हर युवा जानता है कि उसे आर्थिक रूप और मानसिक रूप से कितना बड़ा नुकसान इन गड़बड़ियों से होता है।
पूरी दुनियां में भारत की बदनामी
भारत में इस समय जो हो रहा है इसे देखकर आज पूरा विश्व भारत की मज़ाक बना रहा होगा, भारत में हर रोज लाखों लोगों की जिंदगी के साथ तो अनेक कारणों से खेला ही जाता है ,लेकिन अब इससे शिक्षा भी नहीं बची, नीट प्रवेश परीक्षा में हुई धांधली को अभी कुछ दिन हुए ही नहीं थे, और फिर से UGC नेट के 9 लाख छात्रों की जिंदगी के साथ धोखा हो गया, जी हां शिक्षा मंत्रालय ने UGC-NET का पेपर रद्द कर दिया है. 18 जून को हुए पेपर को धांधली के आरोपों के बाद रद्द किया गया है.दरअसल गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर ने शिक्षा मंत्रालय को परीक्षा में धांधली के इनपुट दिए थे. UGC को बताया गया था कि नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट 14C को एग्जामिनेशन प्रोसेस में छेड़छाड़ की जानकारी मिली थी ।शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक आगे मामला CBI को सौंपने की तैयारी की जा रही है. पेपर को रद्द करते हुए शिक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और पवित्रता बनाए रखने के लिए UGC-NET 2024 परीक्षा को रद्द किया जा रहा है.’शिक्षा मंत्रालय ने ये भी कहा कि सरकार परीक्षाओं की पवित्रता बनाए रखने और छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है. जो भी लोग या संगठन इस मामले में शामिल हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इस लिए होती है यह परीक्षा
यह परीक्षा कैंडिडेट्स को असिस्टेंट प्रोफेसर की योग्यता, जूनियर रिसर्च फेलोशिप और पीएचडी एडमिशन की योग्यता देने वाली ये परीक्षा पेन पेपर मोड यानी कि ऑफलाइन मोड में आयोजित की गई थी। देशभर में एक ही दिन दो पालियों में NTA ने नेट एग्जाम का संचालन किया था। इस परीक्षा में करीब 9 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। जिनके साथ धोखा हो गया ।
अब जान लीजिए क्या है UGC NET ..
यूजीसी नेट का फुल फॉर्म है विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा , मास्टर डिग्री वाले कैंडिडेट्स के लिए कुल 83 विषयों के लिए ये परीक्षा ली जाती है। इसमें पास होने वाले यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी पाने की योग्यता प्राप्त करते हैं। वहीं, टॉप 6% कटऑफ में आने वालों को Junior Research Fellowship दी जाती है। जिसके तहत उन्हें भारत सरकार की ओर से शोध कार्य के लिए एक निश्चित राशि का भुगतान किया जाता है। लेकिन देश लेवल की इतनी बड़ी परीक्षा में भी गड़बड़ हो गई । हाल के दिनों में ही देश की दो सबसे बड़ी परीक्षाओं में इस तरह की गड़बड़ी से छात्रों में खासा आक्रोश है।। और छात्र देश के सिस्टम पर कई सवाल उठा रहे हैं।