उत्तराखण्ड
पिता की मौत के सदमे के बाद छात्रा ने उठाया जानलेवा कदम।
गोविंद मेहता की रिपोर्ट
बागेश्वर। बारहवी कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा को पिता की मौत के बाद भी उन्हें याद करते हुए डायरी लिखना भारी पड़ गया।अपने पिता को याद करते रहना भारी पड़ गया। वही मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त थी, मानसिक रूप से तनावग्रस्त रहने के चलते छात्रा अपने पिता की याद में नदी में कूदकर आत्महत्या करने जैसा कदम उठाया।किशोरी ने चुपचाप स्कूल जाने के नाम पर बागेश्वर आते टैक्सी वाहन में बैठकर बिलौना समड़ पुल पर उतरकर आत्महत्या कर ली।बुधवार सुबह वाहन से उतरने के बाद एक दिव्यांग को शेष पैसा देने के बाद सरयू नदी में कूदने की सूचना पर पुलिस छात्रा की खोजबीन में जुट गई। जिसके बाद शेराघाट चौकी से एक लाश मिलने की सूचना मिलने के बाद परिजन भी मौके पर पहुंचे। जहाँ परिजनों ने शव की शिनाख्त की।जहाँ अल्मोड़ा में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। कोतवाल कैलाश सिंह नेगी ने बताया कि ऋचा नाम की छात्रा मानसिक रूप से हर पल पिता की याद में खोई रहती थी। वह रोजाना पन्नो में अजीबोगरीब चीजें लिखते रहती थी।उसकी मा राइंका भटखोला में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। वह अपनी मां के साथ ही रहती थी। प्रथमद्रष्टया मामले में मानसिक रूप से ऐसी प्रवर्ति के चलते छात्रा द्वारा आत्महत्या किया जाना प्रतीत हो रहा है।वही मामले की जांच की जा रही है। बागेश्वर से गोविंद मेहता की रिपोर्ट