नई दिल्ली
अग्नि वीर योजना में बदलाव करेगी केंद्र सरकार : 4 साल की नौकरी अब 8 साल की होगी? अग्निवीर को मिलेगा सैनिक का दर्जा ।।
अग्निवीर में क्या बदलाव कर सकती है बीजेपी
नई दिल्ली – जिस अग्नि वीर योजना को मोदी सरकार ने अपनी सबसे बड़ी योजना बताया , जिस अग्नि वीर योजना से भारत की सुरक्षा में नई क्रांति आने की बात कही गई ,क्या अब मोदी सरकार को उस पर विचार करने के लिए विवश होना पड़ रहा है जी हां दोस्तों यह सच है लोकसभा चुनाव में अग्नि वीर योजना को लेकर देश के युवाओं ने सबसे ज्यादा नाराजगी दिखाई और इसका असर चुनाव नतीजे में भी देखने को मिला , युवा नाराज थे कि आखिर युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है, और उनके सपनों को तोड़ा जा रहा है आखिर इसकी जरूरत क्यों और कैसे पड़ी आज इस पर विस्तार से बात करने वाले हैं ।
अग्निपथ योजना की समीक्षा के लिए बनी समिति
खबर यह है कि मोदी 3.0 सरकार ने अब अग्निपथ योजना की समीक्षा करने का फैसला किया है। सरकार ने 10 अलग-अलग मंत्रालयों के सचिवों को अग्निपथ योजना की समीक्षा का कार्य सौंपा है। सचिवों का यह समूह अग्निपथ योजना के जरिए सैनिकों की भर्ती को और अधिक आकर्षक बनाने के तरीके सुझाएगा। इस पहल के जरिए यदि अग्निपथ योजना में कोई कमी हो तो उसे भी दूर किया जा सकता है। सरकार के इस फैसले को चुनाव के बाद बदले राजनीतिक माहौल से जोड़कर साफ़ देखा जा रहा है। अग्निपथ योजना के तहत सेना में अग्निवीरों को चार साल के लिए भर्ती किया जाता है।
यह हो सकते हैं अग्निपथ योजना में बड़े बदलाव
इस दौरान नियमित वेतन के अलावा चार वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर अग्निवीर सैनिकों को लगभग 12 लाख रुपए मिलते हैं। एक निश्चित संख्या में अग्निवीरों को स्थायी सेवा का अवसर भी मिलता है। अब इस योजना की समीक्षा की जा रही है। इसमें कई नए सुधार और नए पहलू जोड़े जा सकतेहैं। मिली जानकारी के मुताबिक, जल्द ही सचिवों का यह समूह अपनी रिपोर्ट सरकार को देगा। अग्निवीर भर्ती में अहम बदलावों पर सरकार विचार कर रही है , बदलाव के बाद इन प्रस्तावों में अग्निवीरों की भर्ती की मौजूदा चार साल की अवधि को लगभग दो गुनी कर सात से आठ साल करने सैन्य जवानों के स्थाई कैडर में अग्निवीरों को वर्तमान के 25 फीसद से बढ़ा कर 60-70 प्रतिशत तक करने के सुझावों पर गौर किया जा रहा है। सुधार के प्रस्तावों के तहत अग्निवीरों को सैनिक की तरह दर्जा देने पर विचार किया जाएगा।