दीपक जोशी
भीमताल: सोशल मीडिया में ख़ूब दिख रहा विकास. धरातल में जिंदगी से खेलकर करना पड़ता है सफर !
भीमताल-सोशल मीडिया में दिख रहे विकास से अलग गांव की स्थिति अभी भी बदहाल है, भीमताल विधानसभा के अनेक ऐसे गांव हैं जहां डामरीकरण किए जाने की घोषणा कई बार हो चुकी है लेकिन आज तक 1 इंच भी डामर नहीं हो सका. आज हम आपको भीमताल शहर से मात्र 10 किलोमीटर दूर में बसे एक ऐसे ही क्षेत्र में ले जाना चाहते हैं जहां के ग्रामीण लगभग 2 किलोमीटर मोटर मार्ग में डामरीकरण और सुरक्षा कार्य करने की मांग लगातार कर रहे हैं लेकिन मजाल है किसी अधिकारी की वह कोई कार्रवाई करने की सोच सके. सामाजिक कार्यकर्ता और UKD नेता प्रेम सिंह कुल्याल ने बताया कि बूढ़ाधूरा मोटर मार्ग पर 1 फरवरी 2015 को एक ही परिवार के चार लोग मोटरसाइकिल से गिरने के कारण मारे गए थे क्योंकि उस रोड की हालत बाइक चलाने तक कि नहीं है बड़े-बड़े गड्ढे में वह सड़क तब्दील हो चुकी है .वहीं पिछले वर्ष एक पिकअप की गहरी खाई में गिर जाने के कारण वाहन चालक की मौत हो चुकी है.. जंगलिया गांव के ग्रामीण लगातार 2015 के बाद से ही मोटर मार्ग में डामरीकरण और सुरक्षात्मक कार्य किए जाने की मांग कर रहे हैं अनेक जन प्रतिनिधियों के घरों के चक्कर लगा चुके हैं हल्द्वानी में बैठने वाले नेताओं से लेकर देहरादून तक चले गए . लेकिन आज तक कोई सुनवाई करने वाला नहीं मिला यहां के लोगों को अभी भी हर रोज़ मौत के मुंह में से बचकर निकालना पड़ता है ..
जंगलिया गांव की ग्राम प्रधान राधा कुल्याल ने बताया “फरवरी 2023 में मुख्यमंत्री के सचिव चिरंजीव लाल का पत्र इस मोटर मार्ग के संदर्भ में मिला था पर क्या कार्रवाई ही इसका कुछ पता नहीं है”
आजकल सोशल मीडिया में जो विकास दिख रहा है उत्तराखंड के ग्रामीण जीवन में वह विकास दिखाई नहीं देता..
स्थानीय निवासी उमेश ने प्रतिपक्ष संवाद से बात करते हुए कहा “नेताओं और सरकारी अधिकारियों पर विश्वास करना उतना ही मुश्किल है जितना गधे में से दूध निकालना”
लोगों ने कहा चाहे अब कुछ भी हो हम आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं ..