नई दिल्ली
गठबंधन के आगे घुटने टेकती बीजेपी : क्या इस योजना में बदलाव करने के लिए विवश है सरकार ।।
गठबंधन के सामने बीजेपी को करना पड़ सकता है समझौता
नई दिल्ली – देश में पिछले दो-तीन सालों से सबसे ज्यादा नाराजगी सरकार से किसी मामले में युवाओं की रही है तो वह है अग्नि वीर योजना है, लेकिन क्या देश में लागू हुई अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव हो सकते हैं। क्या एनडीए की सरकार बनने के बाद भाजपा में दबाव आ गया है, क्या नीतीश कुमार के सामने अब पीएम मोदी कि नहीं चल पा रही है , ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब से यह योजना लागू हुई तब से किसी भी नेता द्वारा इसमें बदलाव करने की बात औपचारिक रूप से नहीं की गई लेकिन अब ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार इसमें बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं ।।
23 जून को अग्निवीर योजना को रीलॉन्च कर सकती है सरकार
क्योंकि आसार हैं कि सरकार 23 जून को अग्निवीर योजना को रीलॉन्च कर सकती है। इसके तहत अब अग्निवीर भारतीय सेना में 4 साल की जगह 7 साल तक नौकरी करेंगे , केंद्र की मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना के नाम बदलने के साथ-साथ इसकी समय सीमा भी बढ़ा सकती है। अंदरखाने से बताया जा रहा है कि अब अग्निवीर योजना का नाम बदलकर सैनिक सम्मान स्कीम कर दिया जाएगा। अब अग्निवीरों की नौकरी 4 साल से बढ़कर 7 साल हो जाएगी। साथ ही उनकी एक मुश्त सैलरी में भी बढ़ोतरी होगी।
मीडिया दावों में यह बड़ी बातें आई सामने
अभी तक आई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जानते हैं कि अग्निवीर योजना में और क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं?फरवरी 2024 के बाद अग्निवीर योजना के तहत भर्ती हुए सैनिकों को सैनिक सम्मान स्कीम का लाभ मिलेगा। सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 23 जून को इस स्कीम की आधिकारिक घोषणा करेंगे। सैनिक सम्मान स्कीम के तहत अब अग्निवीर सेना में 7 साल तक नौकरी करेंगे और उन्हें 22 लाख की जगह 41 लाख रुपये दिए जाएंगे। अब उनकी ट्रैनिग 22 हफ्ते की जगह 42 हफ्ते तक होगी। 30 दिन की छुट्टी बढ़कर 45 दिन हो जाएगी।अग्निवीरों को सात साल की नौकरी के बाद केंद्रीय भर्तियों में 15 प्रतिशत की छूट मिलेगी। साथ ही अब 25 फीसदी की जगह 60 फीसदी जवान सेना में परमानेंट होंगे। यानी 60 प्रतिशत सैनिकों को सेना में स्थायी नौकरी मिलेगी। शहीद होने की स्तिथि में 50 लाख की जगह अब 75 लाख रुपये मिलेंगे।
योजना लागू होने के बाद हुआ देश में खूब विरोध
आपको यह भी जानना चाहिए कि शुरुआत से ही अग्निवीर योजना का खूब विरोध हो रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने अग्निवीर योजना को बड़ा मुद्दा बनाया और इसका जमकर विरोध किया । केंद्र में तीसरी बार एनडीए की सरकार आने के बाद अग्निवीर योजना की फिर से समीक्षा की जा रही है। साथ ही एनडीए के घटक दलों ने इस स्कीम की समीक्षा करने की मांग भी की थी। इसलिए अब लगता है कि गठबंधन के आगे कहीं कहीं भाजपा को अपनी योजनाओं में बदलाव लाना पड़ सकता है ..