उत्तराखण्ड
स्कूलों में बच्चों को उत्तराखंडी वाद्ययंत्र बजाना सिखाया जाएगा,,,
हल्द्वानी। प्रदेश के 250 पीएमश्री स्कूलों के बच्चों को पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाना सिखाया जाएगा। इसी शिक्षा सत्र से इसकी कक्षाएं शुरू करने की तैयारी है। इसका मुख्य उद्देश्य कला और संस्कृति को बढ़ावा देना है।
आधुनिकता के दौर में नई पीढ़ी उत्तराखंड की संस्कृति और वाद्य यंत्रों को भूलती जा रही है। इस कारण पश्चिमी संस्कृति हावी हो रही है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने फैसला
लिया है कि राज्य के पीएमश्री स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को कुमाऊं और गढ़वाल के पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाने
के गुर सिखाए जाएंगे। इन प्रसिद्ध वाद्य यंत्रों में ढोल, दमाऊ, हुड़का, डमरू, ढोलक, नगाड़ा, मोरछंग, भाणु,
रणसिंघा, शंख, भकोरा, बांसुरी, मशकबीन, एकतारा और सारंगी आदि ।











