उत्तराखण्ड
उत्तराखंड मूल से आईएएस बने पांच अफसरों में हल्द्वानी की दीक्षा जोशी और दिल्ली की गौरी प्रभात को मिला उत्तराखंड कैडर।
देहरादून-सिविल सेवा एग्जाम 2022 के तहत आईएएस चयनित अभ्यर्थियों को राज्य कैडर आवंटित कर दिया गया है। भारत सरकार के डीओपीटी ( डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग) विभाग की तरफ से आईएएस बने कुल 181 कैंडिडेट को रैंक और विकल्प का आधार पर कैडर आवंटित किया है। इस सूची में उत्तराखंड मूल से आईएएस बने पांच अफसरों के नाम भी शामिल हैं। इनमें सिर्फ हल्द्वानी की दीक्षा जोशी और दिल्ली की गौरी प्रभात को उत्तराखंड कैडर मिला है। जबकि अन्य सभी को अलग अलग राज्य का कैडर आवंटित हुआ है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 पास करने वाले कैंडिडेट की डीओपीटी ने कैडर आवंटन सूची जारी कर दी गई है। केन्द्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने 9 नवम्बर को कैडर आवंटन की सूची जारी की है। यह सूची यूपीएससी से इसी माह प्रथम सप्ताह में डीओपीटी को उपलब्ध हुई थी। इस सूची में देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के 181 आईएएस अधिकारियों को अलॉटेड कैडर की जानकारी दी गई है। डीओपीटी ने सभी चीफ सेक्रेटरी और एलबीएसएए को भी इसकी विधिवत जानकारी भेज दी है। अब संबंधित राज्य की सरकारें इन अधिकारियों की नियुक्ति करेंगी। डीओपीटी की तरफ से जारी कैडर सूची के अनुसार उत्तराखंड में दिल्ली मूल की और यूपीएससी एग्जाम में 47वीं रैंक हासिल करनी वाली गौरी प्रभात और उत्तराखंड हल्द्वानी निवासी दीक्षिता जोशी (58वीं रैंक) को उत्तराखंड कैडर आवंटित हुआ है। जबकि उत्तराखंड मूल के चन्द्रकान्त बगोरिया, पीयूष कुमार को एजीएमयूटी कैडर, मीनाक्षी आर्य को कनार्टक और माधव भारद्वाज को राजस्थान कैडर आवंटित हुआ है। इसके अलावा सूची में यूपीएससी की टॉपर रही इशिता किशोर को होम कैडर उत्तर प्रदेश, दूसरा स्थान हासिल करने वाली गरिमा लोहिया को भी उनका होम कैडर बिहार तथा तीसरे स्थान पर काबिज उमा हराती को तेलंगाना और फोर्थ टॉपर स्मृति मिश्रा को यूपी कैडर आवंटित हुआ है।