उत्तराखण्ड
कान की जांच न होने से बैरंग लौटे दिव्यांग।
चौखुटिया(अल्मोड़ा)। ब्लाक मुख्यालय में आयोजित दिव्यांग शिविर में 26 दिव्यांगजनों के प्रमाण पत्रा बनाए, 40 दिव्यांगजनों के सहायक उपकरण के लिए आवेदन लिए गए। शिविर में कान की जांच के लिए मशीन के न पहुंचने से कई दिव्यांग निराश लौट गए, इस पर दिव्यांग संगठन ने नाराजगी जताई।
जानकारी के अनुसार शिविर में मानसिक, नाक ,कान, गला, नेत्र, अस्थि रोग से पीड़ित दिव्यांग जनों के दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाये गये व साथ ही सहायक उपकरण की आवश्यकता वाले दिव्यांग जनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर सहायक उपकरण हेतु चयनित किया गया। शिविर में कान जांच की मशीन न पहुंचने से कई दिव्यांग निराश लौट गए। इस पर दिव्यांग संगठन ने नाराजगी जताई। संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने बताया कि उच्च अधिकारियों से बातचीत कर इस पर नाराजगी जताई गई। इधर ग्राम पंचायत। कनरै निवासी पूर्व कनिष्ठ प्रमुख शंकर सिंह बिष्ट ने भी इस पर रोष जताते हुए बताया कि वे अपने गांव से एक दिव्यांग दंपत्ति को लेकर आए थे दोनों सुनने व बोलने में असमर्थ थे। दोनों के प्रमाण पत्र पहले बने थे जो खो चुके थे। उसकी द्वितीय प्रति भी साथ लाए थे परंतु संबंधित चिकित्सकों ने बिना जांच प्रमाण पत्र बनाने से इंकार कर दिया। परंतु जांच के लिए मशीन न होने से दोनों निराश लौट गए।
इससे पहले शिविर का शुभारंभ ब्लाक प्रमुख किरन बिष्ट ने किया। वहीं डॉ. अरविंद पांगती, डॉ.डीएस नेगी, डॉ. रितिका सिंह, डॉ. नरेंद्र सिंह व समाज कल्याण अधिकारी राजेंद्र बिमोली आदि मौजूद थे। शिविर संचालन में राजेंद्र कुमार, पवन पांडे, दिगंबर नेगी, दयानंद ,नरेंद्र सिंह आदि का सहयोग रहा।
इधर सीएमओ आरसी पंत ने कहा कि शिविर में यदि किसी मरीज के कान की जांच नही हुई है तो उसके जानकारी ली जाएगी l आगामी शिविर में वंचित रह गए मरीजों की जांच कराई जाएगी l