उत्तराखण्ड
विद्यालयी छात्रों का शैक्षिक भ्रमण।
हरिद्वार रिपोर्ट–रामपाल सैनी
शैक्षिक भ्रमण से छात्र जहां शिक्षा को अपने व्यक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते हैं वहीं खुले वातावरण में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में शैक्षिक भ्रमण मददगार भी साबित होता है।…..
शैक्षिक भ्रमण से जहाँ छात्र खुले वातावरण में शिक्षा को अपने व्यक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते हैं वहीं शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से छात्रों में एक अनुभूति जागृत होती है,जिससे वे स्थान विशेष की जानकारी,अनुशासन,शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जानने में समर्थ होते है़ं। इसके अतिरिक्त छात्रों में समूह में रहने की प्रवृति,नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाई चारे की भावना प्रबल होती है। विद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों में शैक्षिक भ्रमण छात्रों की सबसे रोचक गतिविधियों में से है। शैक्षिक भ्रमण यदि सुनियोजित तरीके से किया जाए तो खुले वातावरण में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया के लिए बहुत महत्व रखता है। योजनाबद्ध भ्रमण के अलावा बाहरी स्थानों पर जाने के कार्यक्रम शामिल रहते हैं,जो आमतौर पर स्वयं में सम्पूर्ण होते हैं।
इसी क्रम में वासुदेव लाल मैथिल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज ब्रह्मपुर,रुड़की का शैक्षिक भ्रमण देहरादून स्थित विधानसभा भवन एवं वन अनुसंधान संस्थान एवं देहरादून का प्रसिद्ध पौराणिक टपकेश्वर मंदिर का रखा गया।
इस अवसर पर मुकेश हटवाल, समीक्षा अधिकारी विधानसभा सचिवालय ने विधान मंडल दल, विधानसभा की संरचना,सदन में माननीय सदस्यों के बैठने का क्रम, विधानसभा का महत्व, व सदन के संचालन की प्रक्रिया व विधानसभा के सत्रों के बारे में सभी छात्र छात्राओं को विस्तार से बताया।
मार्शल श्री लक्ष्मण सिंह रावत ने सत्र की प्रक्रिया,विधान बनाने की विधि एवं सदन के प्रोटोकॉल के बारे में बताया। इसके बाद छात्रों ने वन अनुसंधान संस्थान में जाकर वहां। भारतीय पौराणिक संग्रहालय का अवलोकन किया और पौराणिक नई जानकारियां प्राप्त की। इसके साथ ही छात्रों ने देहरादून के प्राचीन पौराणिक टपकेश्वर महादेव के दर्शन किए तथा सुख समृद्धि की कामना की। शैक्षिक भ्रमण सहयोगी आचार्यों के मार्गदर्शन में आनन्द मूलक एवं सुखद अनुभूति देने वाला रहा।
इस अवसर पर श्री हेम चन्द्र पन्त, प्रभारी सचिव विधानसभा,मार्शल श्री लक्ष्मण रावत,सहायक मार्शल श्री दीपक जोशी,श्री राजीव नैनवाल उपस्थित रहे।