उत्तराखण्ड
पानी के इंतजार संग स्टैंड पोस्ट पर हो रही पढ़ाई
नागाड़ में छह दिन बाद भी नही आया पानी
हेम कांडपाल
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। रामगंगा नदी पर बने अखेती पंप हाउस में लगे मोटर की मरम्मत के बाद योजना से जुडे अधिकांश क्षेत्रों में चौथे दिन से पेयजल की आपूति शुरू हो गई थी परंतु ग्राम पंचायत नागाड़ में छह दिन बाद भी पेयजल आपूर्ति ठप है। हालात यह है कि लोगों ने स्टेंड पोस्ट पर पेयजल के इंतजार में अपने स्कूली बच्चों को बैठाया है जो किताबें लेकर बैठे हैं। इधर अखेती पंप हाउस की मोटर शनिवार को फिर फुंक गई है।
विभागीय लापरवाही व आए दिन मोटरों के खराब होने आदि कारणों से पैदा हुए पेयजल संकट से छुटकारा नही मिल पा रहा है। अखेती पंप हाउस में लगे मोटर की मरम्मत के बाद हालांकि योजना से जुड़े अधिकांश गावों में चौथे दिन शुक्रवार को पेयजल की आपूूर्ति शुरू हो गई थी। परंतु ग्राम पंचायत नागाड़ में छह दिन बाद भी पानी नही पहुंचा है।गांव के नौले सूख चुके हैं जबकि गांव में बने हैंडपंपों का पानी पीने योग्य नही है। ऐसी स्थिति ग्रामीण दो किमी दूर रामगंगा नदी से पानी लाकर किसी तरह प्यास बुझा रहे हैं। पेयजल संकट से जूझ रहे नागाड़ के ग्रामीण कृषि कार्य में व्यस्त हैं ऐसी स्थिति में उन्होंने अपने बच्चों को पानी के इंतजार में स्टेंड पोस्ट पर बैठाया है।
गांव के माही, मीनाक्षी, हेमा, खुशबु, ईश्वर, यश, योगेश, सौरभ, धीरज व माही आदि बच्चों ने बताया कि पानी का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है इसलिए वे अपनी किताबें भी साथ लाए हैं। उनका कहना है कि नलों में पानी आने पर वे इसकी सूचना अपने परिजनों को देंगे। जिसके बाद परिजन पानी भरकर ले जाऐंगे।
इधर ग्राम प्रधान दिनेश मनराल
का कहना है कि गांव के लोग तमाम तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं पेयजल संकट ने लोगों को रूलाकर रख दिया है। हमने शनिवार को पेयजल की वैकल्पिक व्यवथा के लिए टेंकर भेजने का आग्रह किया था संबंधित जेई द्वारा बताया गया कि शनिवार को उनके पास चालक नही है ऐसी स्थिति में हम क्या करें किससे कहें l
गांव की बबीता देवी ने बताया कि पेयजल किल्लत से परेशान हैं गांव के नौले सूख चुके हैं। हैंडपंप में गंदा पानी आ रहा है। दो किमी दूर नदी से पानी लाना पड़ रहा है। समस्या का शीघ्र निदान होना चाहिए l
गांव की ही एक अन्य महिला गुड्डी देवी ने बताया कि पेयजल की समस्या से दिनचर्या प्रभावित हो गई है। गांव के स्कूली बच्चे स्टेंड पोस्ट पर बैठकर पेयजल आपूर्ति का इंतजार कर रहे हैं। जिससे आम जनता के साथ ही बच्चे भी परेशान हैं। समाधान को कोई उपाय होना चाहिए।
रेखा देवी व तुलसी देवी का कहना है कि
पेयजल समस्या का शीघ्र निदान नही हुआ तो आंदोलन करना पड़ेगा। बड़े जनप्रतिनिधि हों या फिर अधिकारी कोई सुनने को तैयार नही हैं। चुनाव के समय लोग वोट मांगने आते हैं परंतु समस्या पैदा होने पर कोई नही सुनता है।