नैनीताल
वन विभाग के फॉरेस्टर की हनक : उत्तराखंड के पर्यावरण प्रेमी चंदन सिंह नयाल से कहा तुझे जिंदा जमीन में गाढ़ देंगे ।।
जल रहे जंगल, हनक में अधिकारी
एक तरफ उत्तराखंड के जंगल हर रोज़ जल रहे हैं, तमाम प्रयास करने के बाद भी आग में काबू नहीं पाया जा रहा है वाबजूद इसके वन विभाग के कुछ नकारा अधिकारियों की हनक कम नही हो रही। आज हम आपको एक ऐसे मामले से रूबरू कराने वाले हैं जो उत्तराखंड वन विभाग के कर्मचारियों की हनक को प्रदर्शित करता है एक व्यक्ति जिन्होंने पेड़ों की रक्षा के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी, एक ऐसा व्यक्ति जिसने अपना पूरा जीवन ही पेड़ों को समर्पित कर दिया , जिन्होंने पेड़ों को अपने बच्चों की तरह पाला उनकी देखभाल की और जब उनको जलता हुआ देखा है तो उनको दुख होता है जी हां ताजा मामला नैनीताल जनपद के ओखलकांडा ब्लॉक का है। यहां के जंगलों में चार दिन से आग लगी है। पर्यावरण प्रेमी चंदन सिंह नयाल ग्रामीणों के साथ वनाग्नि को बुझाने में जुटे थे, तभी उनका सामना अचानक फॉरेस्टर से हो गया।
फॉरेस्ट से हुआ सामना- जान से मारने की मिली धमकी
फोरेस्टर को इतना कहने कहने पर तीन दिन से आप कहां थे, फॉरेस्टर आग बबूला हो गया और चंदन नयाल को ही धमकी देने लगा कि जिंदा गाढ़ दूंगा। इसके बाद यह चर्चा का विषय बन गया किसी भी व्यक्ति या अधिकारी को जब ज्यादा काम का दबाव होता है तो उसमें चिड़चिड़ापन अवश्य आता है लेकिन फिर भी किसी भी व्यक्ति या अधिकारी को यह ध्यान रखना चाहिए कि यह संकट का वक्त है और इसे हमें आपस में मिलकर ही सुलझाना है इसलिए सोच समझ कर बोलना चाहिए ।।
ओखलकांडा क्षेत्र में खुजेटी और देवगुरु बीट में लगी है भयंकर आग
आपको बता दें कि ओखलकांडा क्षेत्र में खुजेटी और देवगुरु बीट में चार दिनों से जंगल दावानल की चपेट में हैं। वनाग्नि से करीब 200 हेक्टेयर जंगल खाक हो चुका है। चंदन नयाल ने बताया कि मंगलवार को चौथे दिन सुबह से वो ग्रामीणों के साथ आग बुझाने में लगे थे। उन्होंने एसडीएम से भी मदद मांगी और एसडीएम ने कुछ समय के लिए पीआऱडी जवानों को भी आग बुझाने के लिए भेजा। लेकिन शाम को घर लौटते समय रास्ते में चंपावत प्रभाग की देवीधुरा रेंज में तैनात फॉरेस्टर सौरभ कुमार मिल गए। चंदन को देखते ही फॉरेस्टर ने कहा कि आप ने हमें परेशान कर रखा है। इस पर चंदन नयाल ने सवाल किया कि आप तीन-चार दिन से आग बुझाने के प्रयास क्यों नहीं कर पा रहे। इतना कहने भर से फॉरेस्टर आग बबूला हो गया और चंदन नयाल से कहा कि हम तुम्हारे नौकर नहीं हैं, अपने तरीके से काम करेंगे। हमारे काम में अड़चन बनोगे तो यहीं जिंदा गाढ़ देंगे।
पर्यावरण प्रेमी को मिली इस धमकी से पहाड़ नाराज़
अब बड़ा सवाल यह है जिसने पर्यावरण के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। उसे व्यक्ति से ऐसी बातें कहना कितना उचित है आपको बता दें 30 साल के चंदन नयाल ओखलकांडा के नाई गांव के रहने वाले हैं। बचपन से ही आग से जलते जंगलों को देखकर उन्होंने संकल्प लिया की जीवनभर पर्यावरण के लिए काम करूंगा। इसके लिए चंदन ने अपनी जॉब भी छोड़ दी। चंदन नयाल ने बांज के पेड़ों की अहमियत को समझा और बिना किसी सरकारी मदद के स्थानीय लोगों के साथ मिलकर नयाल 4 हेक्टेयर जमीन पर लगभग 60 हजार से ज्यादा बांज के पेड़ लगा चुके हैं। इसके अलावा जंगलों में जल संरक्षण के लिए 6000 से ज्यादा चाल खाल और खंतियां बना चुके हैं।
क्या फॉरेस्टर पर होगी कोई कारवाही
तभी अब लोग वन विभाग से सवाल पूछ रहे हैं कि कोई भी अधिकारी पर्यावरण प्रेमी को ऐसे धमकी कैसे दे सकता है ।।