नागपुर
महाराष्ट्र में “हिट एंड रन” में भारी इजाफा, पुणे फोर्स कांड जैसा मामला नागपुर से आया । नाबालिक ने महंगी कार से लोगों को कुचला ।।
‘ हिट एंड रन ‘ का सिलसिला जारी , नाबालिकों के हाथ में कार की चाबी क्यों ।।
नागपुर – महाराष्ट्र में ‘ हिट एंड रन ‘ का सिलसिला जारी है। पुणे पोर्श कांड को लोग अभी भूल भी नहीं पाए कि एक और वैसा ही मामला सामने आ गया। नया मामला नागपुर में हाई स्पीड कार की वजह से सड़क दुर्घटना का मामला आया है। अब सवाल यह है कि आखिर शहरों में नाबालिकों के हाथ में कार क्यों थमाई जा रही है ,हो रही दुर्घटनाओं के लिए कौन दोषी होगा , पूरा मामला यह है कि नंदनवन पुलिसस्टेशन अंतर्गत वेंकटेशनगर चौक में केडीके कॉलेज के पास एक नाबालिग कार चला रहा था।
तभी अचानक काले रंग की स्कोडा नियंत्रण से बाहर हो गई।अनियंत्रित कार ने पहले सड़क किनारे खड़े कुछ दोपहिया वाहनों को टक्कर मारी और फिर फल-सब्जी विक्रेताओं और कुछ राहगीरों की भीड़ में घुस गई। बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई कार आखिरकार सड़क किनारे एक पेड़ से टकराने के बाद रुकी। घायलों में एक दंपती और फल-सब्जी विक्रेता शामिल हैं। नागरिकों ने उसके बाद कार चालक की पिटाई कर दी ।
पुलिस के अनुसार गैरेज में काम करने वाला नाबालिग कार को पार्क करने की बजाय उसे सड़क पर दौड़ाने लगा. इस दौरान ब्रेक की बजाय उसका पैर एक्सीलेटर पर चले गया और कार बेकाबू होकर सड़क के किनारे खड़ी ठेला गाड़ी से टकरा गई. पुलिस ने नाबालिग को हिरासत में लेकर उसके खून के नमूने को जांच के लिए भेज दिया है और गैरेज मालिक और स्कोडा कार मालिक से भी पूछताछ कर रही है.
नाबालिकों के द्वारा हो रहे लगातार सड़क हादसों के लिए जिम्मेदार कौन ?
अब इसमें कुछ सवाल हैं आखिर नाबालिकों के द्वारा हो रहे लगातार सड़क हादसों के लिए जिम्मेदार कौन ? आखिर क्यों नाबालिकों के हाथ में थमाई जा रही कार की चाबी ? नाबालिक होने की डर से क्या सजा का खौब खत्म ? क्या नाबालिकों की आयु सीमा घटाने के लिए मजबूर होगी सरकार ? क्योंकि देश में अनेक ऐसी घटनाएं हो रही हैं जो नाबालिकों द्वारा की जाती हैं और 18 वर्ष की कम आयु होने के कारण वह आसानी से छूट जाते हैं और उन्हें फिर कोई डर नहीं रहता ।