उत्तराखण्ड
चार धाम रूट पर होटलों में बड़ी कारवाही : अनेक होटल किए बंद , इन आदेशों का पालन नहीं करते होटल स्वामी ।।
मानकों की खुलेआम अनदेखी भी की जा रही
चारधाम यात्रा रूट पर बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे सौ से ज्यादा होटल-रेस्टोरेंट को पीसीबी ने नोटिस भेज दिया है। इनमें से 20 को सीलिंग और बाकी प्रतिष्ठानों को एनओसी लेने की हिदायत दी गई है। आरोप है कि सीजन में मोटी कमाई के चक्कर में धड़ल्ले से होटल-ढाबे और रेस्टोरेंट तो खोले जा रहे हैं, लेकिन मानकों की खुलेआम अनदेखी भी की जा रही है। यात्रा रूट पर सीजन के करीब छह महीने ही होटल-ढाबे और रेस्टोरेंट के संचालक सालभर जितनी कमाई कर लेते हैं। इनके लिए मानकों को पूरी तरह दरकिनार किया जाता है। आरोप है कि वे एसटीपी, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट सहित पीसीबी के तमाम दिशा-निर्देशों का पालन तक नहीं करते। क्योंकि, सीजन खत्म होते ही इनका काम भी बंद हो जाता है। लेकिन, अब ऐसे सौ से अधिक होटल-ढाबे और रेस्टोरेंट को पीसीबी ने नोटिस जारी कर दिए हैं।आपको बताएं बड़ी संख्या में होम स्टे बिना एनओसी के चल रहे हैं।
वाटर और एयर एक्ट का उल्लंघन
जिनमें वाटर और एयर एक्ट का उल्लंघन हो रहा है। जिसकी पीसीबी ने जांच शुरू कर दी है। सदस्य सचिव डा. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि ऐसे होम स्टे को भी चिन्हित किया जा रहा है। जल्द ही उनको भी नोटिस दिए जाएंगे। चारधाम के अलावा ज्यादा पर्यटन वाले जिलों में भी कार्रवाई की जाएगी।हर उद्योग या व्यवसायिक गतिविधि के लिए पीसीबी से संचालन की अनुमति लेनी होती है।
20 को सील करने की प्रक्रिया शुरू
जिसके आधार पर उनको केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइडलाइनों को पालन करना होता है। बिना एनओसी वाले उद्योग, होटल या अन्य व्यवसायिक संस्थान इनका पालन नहीं करते। जिसमें पचास लाख तक का जुर्माना भी उन पर लग सकता है ऐसे प्रतिष्ठान जल और वायु प्रदूषण भी फैला रहे हैं। लिहाजा, सौ से ज्यादा प्रतिष्ठानों को नोटिस दे दिए गए हैं। इनमें से 20 को सील करने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। बाकी को कुछ समय दिया गया है। यदि मानकों का पालन नहीं किया गया तो इनको भी बंद कराया जाएगा।