उत्तराखण्ड
राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया धूमधाम से।
रामपाल सेंनी
धनोरी
नेशनल इंटर कॉलेज धनौरी में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के अंतर्गत एक दिवसीय शिविर में राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी को मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य विजेंद्र कुमार एवं ग्राम प्रधान शालू सैनी द्वारा किया गया।
बौद्धिक सत्र के अंतर्गत संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य विजेंद्र कुमार ने कहा कि बालिका शिक्षा आज अहम भूमिका रखती है| बालिका आज प्रत्येक क्षेत्र में अपना वर्चस्व स्थापित कर रही हैं| देश के उच्च पद राष्ट्रपति के पद पर भी एक महिला ही पदासीन है यह हमारे लिए गौरव की बात है| हमें बालिकाओं को प्रोत्साहन देना चाहिए जिससे वह देश के विकास मैं अपनी अहम भूमिका निभा सके। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा एक ही घर को नहीं अपितु दो घर को शिक्षा प्रदान करती है| जब वह अपने पिता के घर होती है तो पिता के घर को शिक्षित करती है तथा जब अपने पति के घर जाती है तो उस परिवार को भी वह शिक्षित करने का कार्य करती है । अतः हमें आज के दिन प्रण लेना होगा कि हम बालिकाओं को निसंकोच होकर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
बौद्धिक सत्र मे धनोरी कॉलेज धनोरी की प्राध्यापिका डॉ प्रियंका मलिक, डॉ रुचि शर्मा, डॉक्टर अनुपमा, अभिलाषा सैनी, रजनीश गोयल रिद्धि बालियान, डॉ निधि शर्मा द्वारा बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा गया कि बालिकाओं को अनुशासित रहते हुए लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए तथा उस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए । राह में संभवत बाधाएं आ सकती हैं परंतु उन बाधाओं का सामना करते हुए निरंतर आगे बढ़ना होगा तभी हम अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकेंगे उन्होंने कहा कि आज के समय में बालिका प्रत्येक क्षेत्र में कार्य कर रही हैं कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं जहां बालिकाएं कार्य नहीं कर रही हो| अतः सभी बालिकाओं को निडर होकर आगे बढ़ना है जिससे वह अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर सकें|
कार्यक्रम अधिकारी डॉ राधेश्याम बहुखंडी जी द्वारा सभी अतिथियों का आभार एवं स्वागत किया गया तथा तथा अवगत कराया कि आज 24 जनवरी के ही दिन स्वर्गीय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुई थी| उनकी स्मृति में 2008 से बालिका दिवस मनाया जाता है जिसका मूल उद्देश्य बालिकाओं को प्रोत्साहित करना है कि वह आगे बढ़ सके। उन्होंने बताया उन्होंने बताया की आज बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने हेतु सरकार द्वारा बहुत योजनाएं चलाई जा रही है जिससे बालिकाएं लाभान्वित हो। तथा माता पिता अपने बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए आगे आए।