देहरादून
नया आदेश : उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को मिलने जा रहा है तोहफा ।।
पहाड़ के शिक्षकों के लिए खुश खबरी।
देहरादून – सुगम में तैनाती का पात्र हो जाने के बावजूद दुर्गम में ही सेवाएं देने के इच्छुक शिक्षकों को वर्तमान तबादला सत्र में रियायत मिलने जा रही है । ऐसे शिक्षकों को सालाना तबादला के आवेदन के साथ दुर्गम में रहने का विकल्प देना होगा। शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि इस लिए विभागीय स्तर पर सहमति बन गई है। जो शिक्षक विकल्प नहीं देंगे, केवल उन्हीं का दुर्गम से सुगम में तबादला किया जाएगा।इसके साथ ही शिक्षा विभाग इस साल भी तबादला कानून के टाइम टेबल के 10 जून तक अनिवार्य तबादले करने के मानक में रियायत मांगने जा रहा है। बिष्ट ने बताया कि बताया कि समय बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जा रहा है। लोकसभा चुनाव आचार संहिता की वजह से तबादलों की तैयारियां पूरी नहीं हो पाई हैं।
शिक्षक निभाते हैं अनेक ज़िम्मेदारी
मालूम हो कि प्रदेश में होने वाले हर चुनाव में सबसे ज्यादा कर्मी शिक्षा विभाग से ही लिए जाते हैं। इस लोकसभा चुनाव में भी बड़ी संख्या में शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी में तैनात किया गया। इस बारे में निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट का कहना है कि तबादला सत्र को लेकर डीजी-शिक्षा की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सहमति बनी है। उनके प्रस्ताव शासन को भेजे जा रहे हैं।