हल्द्वानी
पशु चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा पहाड़, कुमाऊं के इन चार जिलों में 25 पद हैं खाली ।।
हल्द्वानी। पहाड़ों में डॉक्टरों की कमी है यह हम सभी जानते हैं लेकिन इसके साथ-साथ पशुओं के डॉक्टरों की कमी ने भी पहाड़ के लोगों को परेशान किया है, आए दिन गाय भैंसों में भी कुछ दिक्कतों का सामना देखने को मिलता है लेकिन उन्हें समय पर इलाज नहीं पता , क्योंकि उसके लिए पर्याप्त डॉक्टर पहाड़ों में तैनात ही नहीं हैं । पशुपालन विभाग की ओर से उपचार के लिए संचालित पशु चिकित्सालयों में चिकित्सकों की भारी कमी हैं। हालांकि मैदानी क्षेत्रों में पर्याप्त पशुचिकित्सक हैं, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में चिकित्सक न के बराबर हैं।
कुमाऊं में करीब 148 पशु अस्पताल हैं, जिसमें 6 मोबाइल वेटरनरी अस्पताल हैं। इनमें पशु चिकित्सकों के 171 पद स्वीकृत हैं जिनमें सिर्फ 146 पद पर चिकित्सक कार्यरत हैं। नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में पशु चिकित्सकों के पद के सापेक्ष सभी कार्यरत हैं, वहींमैदानी इलाकों की अपेक्षा पहाड़ी क्षेत्र में पशु चिकित्सकों की कमी अल्मोड़ा में 41 पद के सापेक्ष 34 पदों पर चिकित्सक तैनात हैं।
बागेश्वर में 14 पद में से नौ पद रिक्त हैं, पिथौरागढ़ में 40 पद के सापेक्ष 15 पद, चंपावत में 17 पद पर 1 पद रिक्त हैं। पशुपालन विभाग के अपर निदेशक डॉ उदय शंकर ने बताया कि पशु चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरने के लिए लोक सेवा आयोग की ओर से भर्ती कराई गई है। जल्द ही सभी रिक्त पदों पर पशु चिकित्सकों की तैनाती हो जाएगी।