अयोध्या
रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा,मेरे नाम से बनेगा मंदिर नेता पैसा खाएगा, राम मंदिर निर्माण में हुआ भ्रष्टाचार ?
अयोध्या फिर हो रहा है ट्रेंड
अयोध्या – लोकसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार ने अयोध्या को सुर्खियों में लाया और पूरी दुनिया में भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल हुई और हार के कारणों को खोजा जाने लगा, लेकिन अब जिस कारण भारतीय जनता पार्टी अयोध्या में चुनाव हारी उसकी वजह अब दुनिया के सामने आ रही है। यह तो साफ है वहां विकास कार्य हुए लेकिन उन विकास कार्यों की गुणवत्ता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया, वैसे तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने के बावजूद यहां भाजपा की हार ने सभी को चौंकाया, लेकिन हकीकत यह है कि अयोध्या में सिर्फ सत्ताधारी भाजपा ने राम मंदिर पर ही ध्यान दिया, जबकि शहर का अन्य विकास बिल्कुल भी नहीं हुआ।
सब को साथ लेकर नहीं चली BJP
इसीलिए कहते हैं की सभी को साथ लेकर चलना चाहिए जो वहां नहीं हुआ, अयोध्या के विकास की पोल आजकल की बारिश ने खोलकर रख दी। आजकल हो रही बारिश के चलते कई निचले इलाके जलमग्न हो गए। यहां अधिकांश हिस्सों में बाढ़-के हालात उत्पन्न हो गए।बारिश के बाद रामपथ और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को जाने वाला जन्मभूमि पथ जलमग्न हो गया। वहीं आसपास की कालोनियां भी जलमग्न हो गईं। राम मंदिर जाने वाले मार्ग पर 2 फीट पानी भर गया। यही नहीं, नाली का गंदा पानी भी बारिश के साथ बहने से अयोध्यावासियों और रामभक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । श्रीराम मंदिर से सटे श्रीराम अस्पताल में भी पानी भर गया। सबसे बुरा हाल जलवानपुरा समेत श्रीराम मंदिर के आसपास बसी कॉलोनियों का रहा, जहां लगभग 3 फीट तक पानी भर गया और लोगों के घरों का सामान तैरने तक लगा।
वहीं राम मंदिर की छतों से बारिश का पानी टपक रहा है। गर्भगृह में, जहां रामलला विराजमान हैं, वहां भी पानी भर गया। अगर कुछ दिन में इंतजाम नहीं हुए, तो दर्शन और पूजन की व्यवस्था बंद करनी पड़ेगी। । इसी पर 1800 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार बचे काम में 2000 करोड़ रुपए की और जरूरत पड़ सकती है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर के लिए अब तक 3200 करोड़ से ज्यादा का दान मिल चुका है। अब भी दान आ रहा है।
तो इससे दो बातें साफ नजर आती हैं कि अयोध्या में एक तो मंदिर के अलावा बाहर के नगर में कोई विकास कार्य पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और मंदिर का उद्घाटन मंदिर के पूरा बनने से पहले ही कर दिया गया लेकिन उसका कोई बड़ा फायदा बीजेपी को नहीं हुआ ..