देहरादून
अफसरों के काम में मनमानी और लापरवाही में डूब गई 8000 छात्रों की छात्रवृत्ति ।।
मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना में लापरवाही
देहरादून – सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्र-छात्राओं के प्रोत्साहन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना’ को शिक्षा विभाग के अफसरों ने लापरवाही ने कमज़ोर कर दिया। अफसरों की इस चूक ने प्रदेश के हजारों मेधावियों से उनकी छात्रवृत्ति का हक छिन गया है। दरअसल, छात्रवृत्ति के लिए होने वाली चयन परीक्षा में जूनियर स्तर की परीक्षा तो अफसरों ने करवा दी। लेकिन माध्यमिक स्तर के मेधावियों के चयन के लिए परीक्षा नहीं करवाई। नतीजा यह हुआ कि पिछले साल आठवीं पास कर नवीं कक्षा में आए हजारों छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति से महरूम रह गए हैं। मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल इस योजना में हुई बड़ी चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारी अब एक दूसरे पर में टाल रहे हैं। हालांकि दावा किया जा रहा है कि इस साल जूनियर और माध्यमिक स्तर पर चयन के लिए दोनों परीक्षाओं को जुलाई में करा दिया जाएगा।
हजारों बच्चों से छीन लिया छात्रवृत्ति का हकः
जून 2023 में लांच हो चुकी योजना के लिए शिक्षा विभाग 30 अक्टूबर 2023 को जाकर जूनियर स्तर के लिए कक्षा के छात्रों की परीक्षा कराई। काफी मशक्कत के बाद 30 दिसंबर 2023 को इसका रिजल्ट जारी किया गया। इसमें प्रदेश के 1968 छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए चुने गए। इसके बाद नवीं कक्षा के छात्रों की चयन परीक्षा होनी थी। लेकिन, यह परीक्षा बजट राशि, परीक्षा पैटर्न तय करने में ही निदेशालय और शासन के बीच फुटबाल बन गई। निदेशालय और शासन स्तर पर कभी हां और कभी ना के कारण पूरा शैक्षिक सत्र ही गुजर गया। इसका खामियाजा पिछले साल नवीं कक्षा में आए छात्रों को भुगतना पड़ा ।