हरिद्वार
मंगलौर में स्कूल बना बीमारी का घर।
पुरुषोत्तम खेरोला
मंगलौर-मंगलौर मानक चौक राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पहली बरसात की हल्की सी वर्षा ने स्कूल की पोल खोल के रख दी है हल्की सी प्रारंभिक वर्षों से पूरे स्कूल के प्रांगण व कमरों में वर्षा के जल भराव के कारण बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण करने में कठिनाईयो का सामना करना पड़ रहा है वर्षा के जल भराव के कारण बालिकाओं के कमरों में बैठने की भी कोई सुविधा नहीं है वहां जाने के लिए भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंक बालिकाये जिन कमरों में शिक्षा ग्रहण करती हैं वहां पर वर्षा के जल के भराव के कारण
सभी बालिकाएं शिक्षा से वंचित होती दिख रही हैं गंदे पानी में चलकर बालिकाएं अपने रूम को जाती हैं आपको बता दें इस स्कूल से पानी की निकासी का कोई साधन नजर नही आ रहा है अगर साधन है तो वह पूर्ण रुप से कार्य नहीं कर रहा है स्कूल में बालिकाये पढ़ने के लिए जाती तो हैं साफ यूनिफॉर्म मे और जब घर लोटती है तो यूनिफॉर्म कीटाणु युक्त नजर आती हैं इसी कारण वश स्कूल वर्षा के गंदे जल भराव के कारण बीमारी का घर बना हुआ है क्योंकि जल भराव के कारण स्कूल के प्रांगण में बालिकाओं को उसी गंदे पानी से गुजर कर अपने क्लासरुम में जाना पड़ रहा है और क्लास में भी जल भरा है इस गंदे जल भराव के कारण स्कूल में चलना भी दूभर हो रहा है क्या सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है स्कूल के प्रधानाध्यापक शान ए करीम सिद्दीकी ने बताया कि हमने वर्षा के जल भराव को दूर करने के लिए सरकार को सूचित कर रखा है परंतु स्कूल के प्रांगण का लेवल बाहर सड़क के लेवल से नीचा होने के कारण पानी की निकासी नहीं होती है इसी कारणवश पानी वहां भरा रहता है प्रधानाध्यापक इस बात को कहकर चिंता मुक्त हो गए परंतु बात सोचने की बात यह है कि क्या इस बात से समस्या का समाधान हो सकता है क्या पढ़ने वाली बच्चियां कीटाणु युक्त जल से मुक्ति पा सकती हैं इसका समाधान कब होगा?