खेल
उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल फिक्सिंग के गंभीर आरोप।
देहरादून:
उत्तराखंड (Uttarakhand) में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में ताइक्वांडो मुकाबलों में बड़े स्तर पर मैच फिक्सिंग और मेडल की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) की गेम टेक्निकल कंडक्ट कमेटी (GTCC) ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रतियोगिता के डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (DOC) प्रवीण कुमार को हटा दिया है।राष्ट्रीय खेलों फिक्सिंग के गंभीर आरोपों के बाद IOA ने जांच तेज कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं.
जीटीसीसी की अध्यक्ष सुनैना कुमारी ने कहा कि पीएमसीसी की सिफारिशें स्वीकार कर ली गई हैं। सुनैना ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि हम पीएमसी समिति की सिफारिशों को ध्यान में रखें और राष्ट्रीय खेलों उत्तराखंड की अखंडता को बनाये रखे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रतियोगिता के पूर्व निदेशक के खिलाफ शिकायतें मिलने के अलावा हम यह जानकर भी हैरान हैं कि उन्होंने खेल विशेष स्वयंसेवकों के चयन परीक्षणों के लिए कुछ राज्य संघों के पदाधिकारियों और कार्यकारी समिति के सदस्यों के साथ-साथ उपकरण विक्रेताओं को भी नामित किया था।’’
क्या कहा पीटी उषा ने…
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने जीटीसीसी के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘सभी हितधारकों के लिए खेल की भावना को बनाए रखना और सभी प्रतिभागियों को देश के सबसे बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित मौका देना महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह चौंकाने वाला और दुखद है कि राष्ट्रीय खेलों के पदकों का फैसला कथित तौर पर प्रतियोगिताओं की शुरुआत से पहले ही खेल के मैदान से दूर किया गया।’’
तीन लाख रुपए में गोल्ड मेडल..
उन्होंने इस बयान में कहा, ‘‘ आईओए में हम अपने खिलाड़ियों के प्रति निष्पक्ष रहने के साथ साथ प्रतिस्पर्धा में हेरफेर करने और राष्ट्रीय खेलों की छवि खराब करने वाले लोगों से उनकी रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ यहां जारी बयान के मुताबिक पीएमसी समिति को पता चला कि भारतीय ताइक्वांडो महासंघ द्वारा नियुक्त कुछ अधिकारी ‘प्रतियोगिता शुरू होने से बहुत पहले 16 वजन श्रेणियों में से 10 में’ मैचों के नतीजे तय कर रहे थे। आईओए को मिली जानकारी के मुताबिक, ‘‘स्वर्ण पदक के लिए तीन लाख रुपये की मांग की गयी थी जबकि रजत पदक के लिए दो लाख और कांस्य पदक के लिए एक लाख रुपये की मांग की गयी थी।’ ताइक्वांडो की कुल 16 क्योरूगी और 10 पूमसे प्रतियोगिताएं चार से आठ फरवरी तक हल्द्वानी में होंगी।
अब देखना होगा कि इस पूरे .मामले में क्या खुलासे होते है।