महाराष्ट्र
तो फर्जी तरीके के से बन गई पूजा IAS , अब पूरे देश में हो रहा हंगामा ? यह है पूरा मामला ।।
महाराष्ट्र – देश में डर नाम की कोई चीज अब बची नहीं है सब लोग खुलेआम कानूनों का मज़ाक बना रहे हैं हैरानी की बात यह है यह मज़ाक उस पद के लिए हो रही है जो देश के सर्वोच्च पदों में से एक है, देश में सिविल सेवा परीक्षा से आईएएस बनना अपने आप में बहुत बड़ी बात है, लेकिन अब इस पर भी सवाल खड़े हो रहे है।
क्योंकि महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच की IAS अधिकारी पूजा खेडेकर पर कथित तौर पर फर्जी सर्टिफिकेट जमा कर के सिविल सेवा परीक्षा पास करने का आरोप लग रहा है। अब यह मामला देशभर में सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है। वही इसे लेकर मोदी सरकार एक्शन मोड़ में आ गई है।
आपको बता दें महाराष्ट्र की चर्चित IAS अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुणे में प्रोबेशन पीरियड के दौरान तरह-तरह की डिमांड का आरोप झेल रहीं पूजा खेडकर के खिलाफ ऐक्शन लिया जा सकता है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पद हासिल करने के लिए शारीरिक विकलांगता श्रेणी और ओबीसी कोटे के तहत लाभों का कथित रूप से दुरुपयोग करने के मामले में पुणे कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है। यही नहीं इसके अलावा, प्रशासनिक अधिकारियों को ट्रेनिंग देने वाली लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी ने महाराष्ट्र सरकार से इस मामले पर रिपोर्ट तलब की है।
अब पूजा पर शिकंजा कस सकता है और इस मामले में कार्रवाई भी हो सकती है। मुख्य सचिव को भेजी रिपोर्टIAS पूजा खेडकर को 8 जुलाई को महाराष्ट्र सरकार ने धमकाने और अपमानजनक व्यवहार के आरोप में पुणे से वसीम ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने वाशिम में ज्वाइन कर लिया है। महाराष्ट्र कैडर के 2023 बैच की IAS पूजा खेडेकर ने ओबीसी और दृष्टिबाधित श्रेणियों के तहत सिविल सेवा परीक्षा दी थी और मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र भी दिया था। जब अधिकारी को दिव्यांगता प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए एम्स दिल्ली जाने को कहा, तो वह कोरोना का हवाला देते हुए नहीं गई।
इसलिए उन पर शारीरिक विकलांगता और OBC कोटे के तहत लाभों का कथित रूप से दुरुपयोग करने का आरोप है। तो इससे साफ़ है देश में बड़े बड़े अमीर लोगों के बच्चों को कानून का डर नहीं है यह देश के लिए अच्छा नहीं लगता ।।