देहरादून
मुख्यमंत्री धामी के फैसले से खुश नहीं हैं बीजेपी विधायक : मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी ।।
देहरादून – वनों की आग को नियंत्रित करने में लापरवाही बरतने पर सीएम के एक्शन से भाजपा के विधायक खुश नहीं हैं। लैंसडौन से बीजेपी विधायक महंत दिलीप सिंह रावत न सीएम धामी को पत्र लिखकर कहा है कि केवल निचले स्तर के कर्मचारियों को निलंबित करना बिल्कुल भी सही नहीं है। निलंबन से पहले उनकी मनोदशा और मुश्किलों को भी समझा जाना चाहिए था । महंत ने लिखा कि वनाग्नि में सबसे ज्यादा लापरवाही उच्च स्तर के अधिकारियों के द्वारा बरती गई है, उन पर कठोर एक्शन होना चाहिए।आपको बता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वनाग्नि नियंत्रित करने में लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के 17 अफसरों और कर्मचारियों पर कारवाही की थी।
जिसमें से 10 को निलंबित किया गया था, 5 को अटैच किया गया था और 2 उच्च अधिकारियों को कारण बताओ नोटस जारी किया गया था। लेकिन अब लैंसडौन से भाजपा विधायक महंत दिलीप रावत ने सीएम की इस कार्वाई पर सवाल उठाए हैं। महंत दिलीप ने सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि, समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि उत्तराखण्ड में फैली भीषण आग को नियंत्रित ना करने के संबंध में कुछ निचले कर्मचारियों को लापरवाही बरतने में निलंबित किया गया है, मेरी व्यक्तिगत राय है कि निचले कर्मचारियों का निलंबन करने से पहले यह ध्यान देना जरूरी है कि क्या अग्नि सुरक्षा हेतु निचले स्तर पर पूरे कर्मचारी नियुक्त है? क्या निचले स्तर पर अग्नि बुझाने हेतु पूरे संसाधन उपल्बध हैं? धरातल पर मुझे यह भी अनुभव हुआ है कि फायर सीजन में रखे जाने वाले फायर वाचरों की संख्या पर्याप्त नहीं है। यदि होती भी है तो वह कागजों तक ही सीमित रहती है। निचले स्तरों पर फायर वाचरों हेतु उनकी सुरक्षा हेतु उचित संसाधन नहीं रहते है, और ना ही जंगलों में आग बुझाने के दौरान घटना स्थान पर उनके लिए भोजन आदि की उचित व्यवस्था रहती है।