उत्तराखण्ड
AI तकनीक से बनी पहली शिक्षिका पहुंची स्कूल बच्चों से मिलाया हाथ ? तीन भाषाओं को जानती है आइरिश !
तिरुवनंतपुरम : देश हर रोज तरक्की कर रहा है यह आप और हम सुन और देख भी रहे हैं लेकिन देश में पहली बार AI तकनीक की मदद से बनी शिक्षिका बच्चों को मिल गई है आइरिस नाम की एक रोबोट शिक्षिका स्कूल पहुंची है इसे मेकरलैब्स एडुटेक कंपनी की मदद से बनाया गया है कंपनी के मुताबिक आइरिश देश की पहली जेनेरिक AI टीचर है केरल राज्य के कैटोसिटी स्कूल में AI शिक्षिका साड़ी पहन कर बच्चों के बीच नजर आई और बच्चों से हाथ भी मिलाया हम आपको बताते हैं आयरिश भारत सरकार की योजना अटल टिकरिंग लैब का हिस्सा है इसका उद्देश्य स्कूलों में बच्चों के बीच मनोरंजन गतिविधियों को बढ़ावा देना है मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यह तीन मुख्य भ्भाषा में बातचीत भी कर सकती है यह विद्यार्थियों के कठिन से कठिन सवालों का जवाब बेहद ही आसानी से और जल्दी दे सकती है आइरिश का नॉलेज बेस चैटजीपीटी जैसे प्रोग्रामिंग से बनाया गया है यह अन्य ऑटोमेटिक शिक्षक उपकरणों से भी ज्यादा व्यापक है इसमें एक ईटेल प्रोसेसर और एक को- प्रोसेसर है जो कई तरह के कमांड को संभालेगा यह गणित या विज्ञान जैसे विभिन्न विषयों के कठिन प्रश्नों का उत्तर भी दे सकती है यह आपकी आवाज के मामले में आपको व्यक्तिगत मदद भी कर सकती है आइरिश तीन अलग-अलग भाषाओं में बात कर सकती है वैज्ञानिक मानते हैं कि इस तरह के नए प्रयोगों से बच्चों में ज्यादा सीखने की इच्छा जागृत होगी आयरिश के गले में माइक्रोफोन को एक हार के रूप में सजाया गया है और बात करने के लिए इसमें स्पीकर भी लगाया गया है ..