उत्तराखण्ड
आगामी चार धाम यात्रा के दृष्टिगत थाना श्रीनगर क्षेत्र अंतर्गत एनएच 58 पर की गई माक ड्रिल।
दैनिक प्रतिपक्ष संवाद श्रीनगर गढ़वाल – आगामी चारधाम यात्रा के दृष्टिगत थाना श्रीनगर क्षेत्रान्तर्गत NH-58 पर की गयी मॉक ड्रिल।
सूचना मिलते ही Quick Response के साथ पौड़ी पुलिस पहुँची घटनास्थल पर।
चार धाम यात्रा 2023 की तैयारियों हेतु NDMA(राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) द्वारा आयोजित मॉक अभ्यास में प्रतिभागिता के संबंध में जनपद पौड़ी के श्रीनगर क्षेत्र में आपदा से बचाव एवं राहत कार्य का मॉक अभ्यास किया गया।
मॉक अभ्यास के तहत जनपद में 03 घटनास्थल चिन्हित किये गये थे। श्रीनगर में स्थित डुंगरीपंथ को भूकंप की घटना, धारी देवी मंदिर के पास भगदड़ से डुबने तथा चमधार के पास भूस्खलन होने की घटनाएं चिन्हित् की गयी थी।
सर्वप्रथम जनपद कंट्रोल रूम को प्रातः 09.50 बजे दूरभाष पर सूचना प्राप्त हुई कि श्रीनगर के डूंगरी पंथ में भूकंप आया है, जिसके पश्चात जनपद का आईआरएस (इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम) तुरन्त अलर्ट हो गया तथा जो भी साधन जिसके पास उपलब्ध थे तत्काल हर कोई आईआरएस टीम का सदस्य जनपद आपदा कंट्रोल रूम की ओर रवाना हुआ। आईआरएस टीम के रेस्पॉन्सिबल अधिकारी जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान तथा ऑपरेशनल यूनिट प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया श्वेता चौबे सहित आईआरएस के महत्वपूर्ण सदस्य तुरन्त जनपद आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे।
जिलाधिकारी द्वारा समस्त इंसीडेंट की कमान संभाल कर आपदा से बचाव एवं समस्त कार्यो के संबंध में तत्काल जरूरी दिशा-निर्देश जारी किये तथा आईआरएस के सभी सदस्यों और विभागों द्वारा अपने-अपने संसाधनों व टीम सदस्यों के साथ अपनी रिर्पोटिंग प्रस्तुत की। इसी बीच तहसील श्रीनगर के अंतर्गत आने वाले स्थानीय विभागीय कार्मिक मौके पर घटना स्थल के लिए रवाना हुए तथा NDRF व SDRF को भी मौके पर पहुंचने की सूचना दी गयी। इसी दौरान जनपद कंट्रोल रूम को अलग-अलग समय सूचना प्राप्त हुई कि डुंगरीपंथ में 03 मकान गिरने से 07 से 08 लोगों के दबने की संभावना हैं, भूकंप से भगदड़ के चलते धारी देवी मंदिर के पास 12 से 15 लोग नदी में बहने व डूबने तथा चमधार में भूस्खलन होने से यातायात व्यवस्था बाधित हुई है।
सूचना के क्रम में तत्काल NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस, फायर बिग्रेड, अन्य विभागों की टीमें घटनास्थल की ओर मौके पर पहुंची तथा लोगों को बचाने के कार्य में जुट गयी। डूंगरी पंथ में 05 लोग मकान के गिरने से दबे थे जिनमें से 03 व्यक्ति सामान्य पाये गये जबकि 02 को अस्पताल रवाना किया गया। धारी देवी में भगदड़ की घटना में कुल 15 लोग नदी में बह रहे थे जिसमें से 11 लोगों को NDRF, SDRF, जल पुलिस व स्थानीय टीम द्वारा सामान्य तरीके से रेस्क्यू किया गया जबकि अन्य 04 लोग जो गंभीर रूप से घायल थे, उनको प्राथमिक गहन चिकित्सा हेतु एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया।
अग्निशमन टीम पौड़ी द्वारा कलियासौड़ में आपदा प्रबन्धन के सम्बन्ध में मॉक ड्रिल किया गया, मॉक ड्रिल के दौरान एक घर में आग लगने एवं टीम द्वारा आग बुझाकर घायलों को रेस्क्यू किया गया। घायलों को पहाड़ से नीचे उतारने एवं घायलों को नदी पार कराने (RIVER CROSSING) इत्यादि के सम्बन्ध में पुलिस, SDRF, NDRF, अग्निशमन टीम द्वारा आपदा राहत बचाव का कार्य किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे द्वारा ब्रीफिंग के दौरान कहा कि आईआरएस को स्वंय एक्टिव होना चाहिए, उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आपदा से कम्यूनिकेशन सिस्टम ध्वस्त हो जाए तो उस दशा में सूचना आदान-प्रदान कैसे संभव होगा इस पर भी काम करना होगा। इसलिए केवल जनपद कंट्रोल रूम की सूचना पर ही निर्भर न रहकर आईआरएस के प्रत्येक सदस्य को अपने विवेक और आईआरएस के अंतर्गत किये गये दायित्वों के अनुरूप कार्य करने चाहिए।