उत्तर प्रदेश
उत्तरायणी कौथिंग द्वितीय दिवस रहा वीर सैनिकों के नाम।
पर्वतीय महापरिषद,लखनऊ द्वारा आयोजित उत्तरायणी कौथिग 2023 के द्वितीय दिवस के अवसर पर
मुख्य अतिथि के रूप में महामहिम राज्यपाल महाराष्ट्र भगत सिंह कोश्यारी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम शुभारम्भ किया जिनका स्वागत महापरिषद के मुख्य संयोजक टी एस मनराल, संयोजक के एन चन्दोला, अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी, महासचिव महेन्द्र रावत एवं उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
दिन की प्रतियोगिताओं में……..
उत्तरायणी कौथिग में एकल लोक नृत्य (फिल्मी एवं पारम्परिक) प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसके प्रभारी महेन्द्र पन्त, निर्णायक मंडल में अकांक्षा आनन्द, सरिता सिंह एवं मंजू मलकानी व संचालक शंकर पाण्डे रहे। प्रतियोगिता में सौ से भी अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें 3 से 8 वर्ष में प्रथम अनुप्रिया शुक्ला, द्वितीय मिष्टी केसरवानी, तृतीय भव्या धर्मसतु एवं सांत्वना पुरूष्कार भव्या शाह 9 से 13 वर्ष में अनुष्का आर्या प्रथम, आद्या बिष्ट द्वितीय, गरिमा दनोड़ी तृतीय एवं सांत्वना पुरूष्कार काव्या तिवारी एवं 14 वर्ष से अधिक में आरनी वर्मा प्रथम, अंशिका पाठक द्वितीय व जान्हवी बोरा तृतीय स्थान प्राप्त किया।
वहीं विभिन्न क्षेत्रों से आए हास्य व्यंग, साहित्यिक एवं ओजस्वी विषय के कवियों ने अपनी कविता पाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। जिनमें मुख्य रूप से घनानन्द पाण्डेय ’मेघ’, धन सिंह मेहता ’अन्जान’, हरीष बडोला, ज्ञान पन्त, मनमोहन बाराकोटी ’तमाचा लखनऊ’, नारायण दत्त पाठक, श्रृवण कुमार, अमरेन्द्र द्विवेदी, अंकुर अवस्थी, मानस मुकुन्द द्वारा काव्यपाठ किया गया। कवि सम्मेलन का संचालन नारायण दत्त पाठक ने किया।
उत्तरायणी कौथिग स्थल पर पर्वतीय महापरिषद महिला प्रकोष्ठ द्वारा महिला प्रभारी सुमन रावत, अध्यक्षा गंगा भट्ट, महासचिव सुमन मनराल, मंजू पडेलिया, चित्रा काण्डपाल, चन्द्रा जोषी , इसान्वी,दीपा जोषी के नेतृत्व में घुघुत्यार के अवसर पर घुघुते बनाए गए। कौथिग मेले में कलाकारों एवं कार्यकर्ताओं के खानपान की व्यवस्था गोपाल दत्त गरवाल, के एन पाठक व पूरन जोषी के देखरेख में किया जा रहा है। कार्यालय व्यवस्था में कोषाध्यक्ष कृपाल सिंह रावत, सहकोषाध्यक्ष के एस मेहता, बसन्त भट्ट, कृष्णा नन्द पन्त, पी सी पन्त, महेन्द्र बिष्ट, सूरज सिंह बिष्ट, कैलाष बिनवाल, जितेन्द्र उपाध्याय, गोविन्द पाठक, रमेष उपाध्याय,कमल नेगी, एव ंबी बी चन्दोला का विषेष योगदान है।
सायं कालीन सत्र के कार्यक्रम………
मुख्य अतिथि ने पर्यावरणविद् पद्मश्री बसन्ती बिष्ट को पर्वतीय महापरिषद ’’पर्वत गौरव’’ सम्मान से सम्मानित किया।
सेना दिवस के अवसर पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप थारू सांस्कृतिक उत्थान समिति खटीमा दल नायक बंटी राणा की सैन्य धमाकेदार प्रस्तुतियां आयोजित की गई, जिसमें बार्डर गीत पर विषेष प्रस्तुति दी जिसमे कलाकार राशि,संगीता,कशिश,किरन प्रिया,अरूण, सिनेल,युवराज,लखन व मनदेव रहे।
वही गोमती नगर स्थानीय कलाकारों ने नांन स्टाप गानों दूर बडी दूर बर्फीलाडाना….जिसमें गोविन्द बोरा,ख्याली,सिह,मनीष उपाध्याय,कुन्दन भाकुनी, सरिता भाकुनी,रिया आर्या,प्रिंयका,पूजा बोरा, व गायक कलाकार आनन्द कपकोटी,अनुषिखा जोषी व दीपक सिह ने गाया।
उत्तरायणी कौथिग स्थल पर मानसिक और आत्मिक विकास के लिए कौथिग स्थल पर प्रतिदिन ध्यान का षिविर प्रातः 10.30 बजे से 11.30 बजे तक रजनीश कुमार मिश्रा ‘शिवाय‘ के साथ किया जाता है।
दिनांक 16 जनवरी 23 को होने वाले कार्यक्रम
उत्तराखण्ड से आए मेहमान कलाकारों द्वारा लोककला सांस्कृतिक दर्पण लोहाघाट, चम्पावत की शानदार प्रस्तुतियां होगी।
प्रातः कालीन कार्यक्रमों की श्रृंखला में महिला दलों द्वारा समूह लोक नृत्य
प्रतियोगिताओं का आयोजन दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक होगा।
अतिथि ने कहा आप लोग अपने बच्चांे को अपनी बोली भाषा सिखाये ,उन्होने कहा मै जहां भी रहता हॅू सभी लोग मुझे भगत दा ही बोलते है उन्होने का इस सरकार में बहुत ही सामान्य लोगो को पदम भूषण व अन्य समानो से नवाजा है।
सेना दिवस पर कार्यक्रम में आये सभी भूतपूर्व सैनिकों शुभकामनाऐं दी उन्होने कहा मैने मनमोहन पूर्व प्रधानमंत्री काल में के माध्यम से बोला भूतपूर्व सैनिकों वन रैक वन पेंशन प्रदान करने का आग्रह किया था जो वर्तमान प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने सहहर्ष सुविकार किया इसका मुझे सेना दिवस पर खास गर्व है उन्होने कहा कि हमें अपने गांवों से जुड़े रहना चाहिये।