देहरादून
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार की बढ़ सकती हैं मुश्किलें : अपराधिक रिकॉर्ड खंगालने में जुटी सरकार ?
बॉबी पंवार ने बिष्ट पर गंभीर आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में दर्ज की है पीआईएल
देहरादून – क्या अब बढ़ने वाली है बॉबी पंवार की मुश्किलें ? क्या उत्तराखंड बेरोजगार संघ को दबाने की कोशिश कर रही है सरकार ? क्या बॉबी पंवार खेल रहे हैं राजनीति चमकाने के लिए आरोपों का खेल? बॉबी पंवार फिर क्यों आए सुर्खियों में ?
जी हां यह सवाल इस लिए उठ रहे हैं क्योंकि खबर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार से जुड़ी हुई है आपको बता दें माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट के खिलाफ दायर पीआईएल मामले में हाईकोर्ट के निर्देश पर धामी सरकार ने बेरोजगार संघ अध्यक्ष बॉबी पंवार पर दर्ज आपराधिक मामलों का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया।
क्योंकि शिक्षा सचिव ने शुक्रवार को डीजीपी को पत्र भेजकर पंवार की पृष्ठभूमि और अब तक दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी मांगी है। डीजीपी से तीन दिन के भीतर ब्योरा देने का अनुरोध किया गया है। यह सभी जानकारी हाईकोर्ट में पेश की जानी है। चार जुलाई को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने इसके निर्देश दिए थे। मामले की शुरुआत तब हुई जब पंवार ने बिष्ट पर गंभीर आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में पीआईएल की थी ।
आरोप था कि अपर निदेशक रहते हुए बिष्ट ने तबादलों में मनमानी की और एक स्कूल में नियुक्ति में अपने परिजन को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया। बॉबी पंवार का आरोप है कि विभागीय जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बावजूद सरकार ने बिष्ट के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। दूसरी तरफ, बिष्ट ने सभी आरोपों को गलत बताते आए हैं, अब हाईकोर्ट ने सरकार को भी दस दिन के भीतर इस मामले में कार्यवाही कर शपथ पत्र जमा कराने को भी कहा है।
वही उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार की बात करें तो लोकसभा चुनाव में जमा किए गए नामांकन के अनुसार उन पर आठ मुकदमे दर्ज हैं और अब उसके बाद एक और मुकदमा दर्ज हो जाने से कुल नौ मुकदमे बॉबी पंवार पर दर्ज हैं वहीं पंवार ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है।।