गढ़वाल
चार किलोमीटर डोली में मरीज को ले जाने के लिए मजबूर हैं ग्रामीण: यह हैं पहाड़ो के हाल ?
देवाल– पहाड़ में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल किसी से छुपा हुआ नहीं है इसमें सबसे बुरा प्रभाव पड़ता है सड़क ना होने से, नया मामला देवाल के दूरस्थ गांव बलाण का है जहां बीमार 38 वर्षीय अनीषा देवी पत्नी भूपाल सिंह को ग्रामीणों ने डोली में बैठाकर चार किलोमीटर पैदल टूटे कच्चे रास्ते से मोटर मार्ग तक पहुंचाया।
उधर, पांच दिनों से बंद पड़े मोटर मार्ग के कारण 10 गांवों में आवश्यक सामग्री का संकट पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मार्ग खोलने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि इस हाईटेक युग में भी गांव तक मोटर मार्ग की सुविधा नहीं है। मोटर मार्ग भी काली ताल के पास सड़क पर बोल्डर आए पांच दिन हो गए हैं। पीएमजीएसवाई को शिकायत करने के बाद भी रोड को नहीं खोला गया है। बताया कि कुछ दिन पहले अनीषा देबी ने एक नवजात शिशु को जन्म दिया है। सोमवार सुबह उसकी तबीयत खराब हो गई। मार्ग बंद होने के कारण ने गांव के लोगों ने डोली में बिठाकर किसी तरह उसे खैर बैंड तक पहुंचाया।
यहां से उसे इलाज के लिए देवाल स्वास्थ्य केंद्र ले गए है। देवाल क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि पिछले पांच दिन से हो रही बारिश से जहां क्षेत्र के मुख्य सड़के बदहाल हुए हैं। वहीं देवाल खेता और घेस वलाण मोटर मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन और बोल्डर आने से पांच दिनों से यातायात के लिए ठप पड़ी है। जिससे घाटी के 10 गांव में आवश्यक सामग्री नहीं पहुंच पा रही है। देबाल खेता मोटर मार्ग के सुयालकोट में लगातार ऊपर से मलबा आने से लोगों को मजबूरी में दो किमी खड़ी चढ़ाई पार करनी पड़ रही है।