नैनीताल
क्रशर मालिकों पर सरकारी व गोचर भूमि कब्जाने का आरोपनिष्पक्ष जाँच एवं उचित कार्यवाही हेतु ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को भेजा ज्ञापन।
रिपोर्टःमदन मधुकर
- तहसील प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर ग्रामीणों में आक्रोश
- किसानों तथा मवेशियों की आवा-जाही के मार्ग भी किये अवरुद्ध
न्याय न मिलने पर न्यायालय की शरण लेने का किया ऐलान।
बेतालघाट ( नैनीताल ), जनपद के विकासखण्ड बेतालघाट अन्तर्गत ग्राम सभा खैरनी के तोक बढेरी में संचालित दो स्टोन क्रशर मालिकों पर ग्रामीणों ने सरकारी भूमि तथा ग्रामसभा की गोचर भूमि कब्जा करने का आरोप लगाया है। इस बाबत जिलाधिकारी नैनीताल को ज्ञापन भेजकर जॉच कराने व उचित कार्यवाही की माँग की गयी है।
उल्लेखनीय है कि ग्रामसभा खैरनी के बढेरी तोक में स्थानीय रोजगार का हवाला देकर हाल के वर्षों में दो स्टोन क्रशर स्थापित किये गये थे। माँ शीतला स्टोन क्रशर व माँ शैलपुत्री स्टोन क्रशर के नाम से संचालित इन दोनों ही क्रशर स्वामियों पर किसानों की जमीनों के अलावा सरकारी भूमि व गोचर भूमि कब्जा करने तथा ग्रामीणों के हक-हकूक छीनने की शिकायतें स्थानीय कैचीधाम तहसील में लगातार की जाती रही है, परन्तु अब तक कोई कार्यवाही न होने से ग्रामीण निराश एवं आक्रोशित हैं। न्याय की उम्मीद में अब ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी नैनीताल को शिकायत कर मामले का त्वरित समाधान करने मांग की गयी है।
किसानों के दैनिक जीवन से जुड़ी इस गम्भीर समस्या पर तहसील प्रशासन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं।
क्षेत्र के एक सामाजिक कार्यकर्ता बिशन जन्तवाल का कहना है कि उपरोक्त दोनों स्टोन क्रशर मालिकों द्वारा जमीनों में गड़बड़ी के अतिरिक्त ग्राम खैरनी व धारी के किसानों के पुस्तैनी रास्ते भी घेर लिये गये हैं, जिस कारण खेतों तक किसानों और उनके मवेशियों की आवा-जाही बन्द हो गयी है। कई किमी घूमकर खेतों में जाना पड़ता है।
बिशन जन्तवाल ने कहा है कि पीड़ित ग्रामीणों को जिलाधिकारी से न्याय मिलने की पूरी उम्मीद है । यदि ऐसा नहीं हुआ तो फिर न्यायालय की शरण में जाना ही अन्तिम विकल्प होगा ।