बद्रीनाथ
विश्वप्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले : सुबह छः बजे श्रद्धालुओं ने इस अंदाज किए दर्शन ।।
विश्वप्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले
बद्रीनाथ– विश्वप्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम के आज कपाट 12 मई को प्रातः छः बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुल गए हैं । जबकि उत्तराखंड के चार धामों में से तीन धाम केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बीते अक्षय तृतीया पर खुल चुके हैं। श्री बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के सहयोग से पुष्पों से भव्य रूप से मन्दिर सजाया गया है। कपाट खुलने के बाद हजारों की संख्या में तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम दर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा धाम में श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी है। दान दाताओं द्वारा जगह जगह भंडारे भी आयोजित हो रहे है। बदरीनाथ में मौसम ठंडा है। दूर पर्वतों पर बर्फ साफ नजर आ रही है।लेकिन मंदिर के आसपास एवं सड़क की बर्फ गल चुकी है। यहां दिन में धूप लग रही है।
इसी क्रम में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय एवं उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने श्री बदरीनाथ धाम में यात्रा एवं मंदिर दर्शन व्यवस्था हेतु मंदिर कर्मचारियों को व्यापक दिशा निर्देश दिये। इससे पहले मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने मंदिर में दर्शन पंक्ति, स्वच्छता, विद्युत, पेयजल, जनसुविधा, मंदिर कार्यालय वीआईपी प्रवेश मार्ग, वेटिंग रूम, मंदिर के सिंह द्वार परिसर का मौके पर निरीक्षण किया व्यवस्थाओं को सुचारू करने के निर्देश दिये थे ।
विधि विधान से खुले कपाट
आज 12 मई को प्रातः पांच बजे रावल जी धर्माधिकारी, वेदपाठी मंदिर द्वार में पूजन किया तथा जिसके बाद कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई । ठीक छः बजे मंदिर गर्भगृह के भी द्वार खुले और मां लक्ष्मी जी गर्भगृह से मंदिर परिक्रमा स्थित अपने मंदिर में विराजमान हो गई । श्री कुबेर जी बामणी गांव से आकर मंदिर परिसर से उद्धव जी के साथ ही मंदिर गर्भगृह में स्थापित हो गए हैं । इस तरह प्रातः छ बजे भगवान की चतुर्भुज मूर्ति से घृत कंबल की अलग कर अभिषेक पश्चात भगवान बद्रीविशाल के श्रृंगार दर्शन हुए ।।