राष्ट्रीय
मात्र 6 वर्ष की उम्र में इस बच्ची ने बनाए 10 विश्व रिकॉर्ड : सफलता की कहानी सुनकर दुनिया हैरान ।।
सफलता के लिए उम्र भी नहीं बल्कि कड़ी मेहनत मायने रखती है
अगर आपको सफलता हासिल करनी है तो आपको किस्मत पर नहीं मेहनत पर विश्वास करना होगा जी हां दोस्तो सफलता के लिए उम्र भी नहीं बल्कि कड़ी मेहनत मायने रखती है। जिसे साबित कर दिखाया है महज 6 वर्ष की बच्ची वान्या ने जी हां वान्या ने 10 विश्व रिकॉर्ड हासिल कर भारत का दुनिया में रोशन किया है। जिस उम्र में बच्चे खुद को नहीं संभाल पाते उस उम्र में वान्या ने कड़ी मेहनत से दिखा दिया की कड़ी मेहनत से बेटियां बहुत कम उम्र में सफलता का आसमान भी छू सकती हैं।
6 वर्ष की उम्र में 10 विश्व रिकॉर्ड
आज सबसे छोटी योगिनी वान्या शर्मा से जो 2 वर्ष की उम्र से योग कर रही हैं और आज 6 वर्ष की उम्र तक आते आते उन्होंने 10 विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं। जी ठीक सुना आपने इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, योगा बुक ऑफ़ रिकॉर्ड और यूनिवर्सल बुक ऑफ़ रिकॉर्ड जिनमे प्रमुख है। वान्या शर्मा एसडी पब्लिक स्कूल, पीतमपुरा दिल्ली में पहली कक्षा में पढ़ती है और योग के साथ साथ राम पाठ और मन्त्र उच्चारण भी करती है।वान्या करीब 50 से ज्यादा योग आसान करना जानती है और साथ ही खुद तो करती है साथ ही साथ सबको सिखाती भी है।
प्रोत्साहित करके आत्मविश्वास बनाने में मिलती है मदद
स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, साध्वी देवप्रिया, स्वामी चिदानंद सरस्वती, डॉ किरण बेदी, डॉ कैलाश सत्यर्थी, एक्टर राकेश बेदी, एक्टर सोनू सूद, एक्ट्रेस अमीषा पटेल जैसी जानी मानी हस्तियां वान्या के हुनर को सलाम कर चुकी है और उनको सम्मानित कर चुकी है।वान्या का कहना है कि महिलाओं के लिए योग कक्षाएं क्यों महत्वपूर्ण हैं? महिलाओं की योग कक्षाएं प्रतिभागियों को अपने शरीर और क्षमताओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करके आत्मविश्वास बनाने में मदद कर सकती हैं। केवल महिला परिवेश में अभ्यास करने से आत्म-चेतना कम हो सकती है और शरीर की सकारात्मकता को बढ़ावा मिल सकता है।योग महिलाओं को सशक्त बनाने का एक व्यापक साधन है, जिसमें उनकी शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और आध्यात्मिक भलाई शामिल है।