उत्तराखण्ड
नशा मुक्त उत्तराखंड बनाने की शुरुआत श्रीनगर से होगी- डॉ. धन सिंह रावत
दैनिक प्रतिपक्ष संवाद गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल
*मेडिकल कॉलेज में आयोजित हुआ नशा मुक्त भारत अभियान
*एमबीबीएस एवं पैरामेडिकल छात्रों ने ली नशा न करने की शपथ
*प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरीय विवि के साथ करेगी नशा उन्मूलन पर सरकार एमओयू
उत्तराखंड प्रदेश को आगामी 2024 तक नशा मुक्त करने के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेज सहित प्रदेश के तमाम शैक्षणिक संस्थानों से लेकर आम जनता को जागरूक करने के लिए नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत रविवार को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के अगुवाई में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत छात्र-छात्राओं एवं आम जनमानस ने नशा न करने की शपथ ली गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने आह्वान किया कि श्रीनगर के शैक्षणिक संस्थानों से ही नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत होगी।
मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड को 2024 तक नशा मुक्त किया जायेगा। जिसमें स्कूली स्तर पर इस अभियान को शुरु किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश को टीबी एवं नशा मुक्त करने का जो संकल्प लिया गया है। उसमें भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार कार्य में जुट गई है। प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरी विवि से भारत सरकार के सामाजिक कार्य मंत्रालय का एमओयू हुआ है, जो जल्द ही उत्तराखंड सरकार भी करने जा रही है। जिसमें सात विभागों का भी समन्वय रहेगा। ताकि स्कूली स्तर पर प्रत्येक संस्थान में नशा उन्मूलन का कार्यक्रम आयोजित करना है। इसके लिए एनसीसी और एनएसएस के तहत स्वयंसेवी बनाये जायेगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ईश्वरीय विवि प्रत्येक स्कूलों में नशे के प्रति जागरूकता अभियान चलाते हुए 40 मिनट का लेक्चर देगी।
विशिष्ट अतिथि प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरी विवि के निदेशक राजयोगी बीके मेहर चंद ने कहा कि आदर्श जीवन को पुर्नस्थापित करने की आज जरूरत है। जिसके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नये भारतवर्ष का निर्माण में जो मुहिम चलाई है, वह निश्चित है देश को व्यसंनों से मुक्त बनायेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ऐसे मंत्री है, जो जन समुदाय के हित में होने वाले जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा दे रहे है। निश्चित ही ऐसे कार्यक्रमों से भारतवर्ष नशा मुक्त देश बनने की ओर अग्रसर होगा। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत करने की पहल को छात्र-छात्राओं के साथ ही आम जनमानस के लिए बेहतर कदम बताते हुए कहा कि यह भारत सरकार एवं उत्तराखंड सरकार का अच्छा निर्णय है। ताकि नशे के कारण पनप रही बीमारियों से आम जनता बच सके और खुशहाल जीवन व्यतीत कर सके। इस मौके पर मनोरोग विभाग के एचओडी डॉ. मोहित सैनी द्वारा प्रकाशित नशा मुक्ति अभ्यास पत्रिका का भी स्वास्थ्य मंत्री द्वारा विमोचन किया गया। कार्यक्रम में बेस अस्पताल के एमएस डॉ. रविन्द्र बिष्ट ने कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों का आभार और धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम का संचालन एमबीबीएस छात्र यश जिंदल, दीपक कुमार और राहुल ने किया। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुषमा रावत, मातबर सिंह रावत, जिपं अध्यक्ष शांति देवी, नरेन्द्र रावत कुट्टी भाई, भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र धिरवाण, अतर सिंह असवाल, गणेश भट्ट, वासुदेव कंडारी, लखपत सिंह भंडारी, डॉ. सुधीर जोशी, खिर्सू मण्डल अध्यक्ष रमेश मंद्रवाल,डॉ. विनीत पोस्ती, शैलेश मलासी, डॉ. दीपा हटवाल, डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, डॉ. मोहित सैनी, डॉ. ललित पाठक, सहित तमाम संकाय सदस्य व एमबीबीएस एवं पैरामेडिकल छात्र मौजूद थे।
मेडिकल कॉलेजों में योग के शिक्षक होगे तैनात- डॉ. रावत
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में छात्रों को योग के गुर सिखाने के लिए योग शिक्षकों की तैनाती होगी। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलने की पूरी सुविधाएं एमबीबीएस पढ़ाई के साथ शुरु की जा रही है। ताकि एमबीबीएस छात्रों को कोई दिक्कतें ना हो और छात्र खुशनुमा मौहाल में पढ़ सके। उन्होंने कहा कि हर माह छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित होगा। एक साल के भीतर छात्रों के लिए हॉस्टल भी तैयार हो जायेगा।
एक हफ्ते के भीतर तैनात होगे 60 असिस्टेंट प्रोफेसर-
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में एक हफ्ते के भीतर 60 असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त होगे। उन्होंने कहा कि सभी को नियुक्ति पत्र जारी कर दिये है। सबसे अधिक डॉक्टर श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को भेजे है वह भी स्थाई। कहा कि 15 दिन में 160 प्रोफेसर व रीडर के पदों को भरे जाने के लिए विज्ञप्ति जारी होगी। जबकि 15 सौ नर्सिंग स्टॉफ की भी भरे जायेगे।