उत्तराखण्ड
आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति भी न रहे अधिकारों से वंचित ले सकते हैं निःशुल्क कानूनी मदद।
हेम कांडपाल
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के तत्वावधान में ब्लाक मुख्यालय के सभागार में बहुउद्देश्यीय विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में बोलते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सिविल जज रविशंकर मिश्रा ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर कोई भी व्यक्ति अपने अधिकार से वंचित न रहे इसी उद्देश्य से शिविर आयोजित किए जाते हैं तांकि ऐसे लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें।। उन्होंने कहा कि प्रत्येक डांकघर में कानूनी सहायता के लिए निःशुल्क लिफाफा उपलब्ध है कोई भी सनसाधन विहीन व्यक्ति उक्त लिफाफे में अपना प्रार्थना पत्र भेज सकता है। ऐसे लोगों को कानूनी रूप से हर संभव मदद की जाएगी।
उन्होंने कानूनों के विविध पहलुओं की जानकारी देते हुए उसका लाभ उठाने को कहा। उन्होंने कूड़ा निस्तारण के लिए ग्राम स्तर पर ट्रेचिंग जोन के निर्माण के लिए बजट का प्रावधान होने की बात कही तथा खुले में प्लास्टिक जलाने को अपराध की श्रेणी में बताया।
इससे पहले उन्होंने दीप प्रजवल्लित कर शिविर का शुभारंभ किया। नन्हे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं बीडीओ दिलमणी जोशी, पैनल अधिवक्ता भाष्कर पंत, रेंजर मदन लाल, एसओ दिनेश नाथ महंत के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी आदि मौजूद थे। संचालन कविता जोशी ने किया।
स्टालों का किया निरीक्षण
बहुउदृदेश्यीय शिविर में सिविल जज रवि शंकर मिश्रा ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया। इस मौके पर ग्राम्य विकास, सिंचाई, लोकनिर्माण, राजस्व,स्वास्थ्य, पर्यटन, वीरचंद्रसिंह गढ़वाली योजना, कृषि, वन,पशुपालन पेयजल, बिजली, नगर पंचायत, समाज कल्याण आदि विभागों द्वारा स्टाल लगाए गए थे। शिविर में लोग संबंधित समस्याओं के प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचे थे।
दिव्यांगों को बांटे उपकरण
शिविर में तेरह शिकायतें दर्ज हुई। पेंशन के 28 प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर के 30 लोगों का समाधान हुआ। समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगों को दो व्हील चेयर, पांच लाठी, दो कमर बैल्ट व तीन कान की मशीन बांटी गई । दिव्यांग व वृद्वावस्था आदि के 22 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। जिला विधिक सेवा की ओर से कानूनी जानकारी की 65 बुकलेट बांटी गई। जबकि समाज कल्याण विभाग ने 50 पेंशन फार्म बांटे। स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा बांटी। इस दौरान दिव्यांग प्रमाण बनाए गए।