दिल्ली
नहीं रहे इस्कॉन इंडिया के गवर्निंग काउंसलिंग के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी: जानें उनके जीवन की कुछ महत्वपूर्ण बातें ।।
नई दिल्ली – इस्कॉन के सबसे वरिष्ठ संन्यासियों में से एक और इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी का आज देहरादून में हृदय संबंधी बीमारियों के कारण सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर निधन हो गया. 1944 में नई दिल्ली में जन्मे पूज्नीय गोपाल कृष्ण गोस्वामी एक मेधावी छात्र थे, जिन्हें सोरबोन विश्वविद्यालय (फ्रांस) और मैकगिल विश्वविद्यालय (कनाडा) में अध्ययन करने के लिए दो छात्रवृत्तियां प्रदान की गई थीं
उन्होंने दुनिया भर में दर्जनों मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों के निर्माण का बीड़ा उठाया,
जिसमें नई दिल्ली में प्रसिद्ध ग्लोरी ऑफ इंडिया
वैदिक सांस्कृतिक केंद्र शामिल है, जिसका उद्घाटन भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल
बिहारी वाजपेयी ने किया था और पुणे में इस्कॉन एनवीसीसी, जिसका उद्घाटन भारत के
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया था.
उन्होंने भारतीय संस्कृति और दर्शन के दुनिया के सबसे बड़े प्रकाशक भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी के रूप में भी काम किया, जो 70 से अधिक विश्व भाषाओं में भगवद गीता और श्रीमद्भागवतम जैसे पवित्र ग्रंथों के अनुवाद और प्रकाशन की देखरेख करता है और आज तक 60 करोड़ से अधिक पुस्तकों की छपाई कर चुका है.6 मई 2024 को परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी के पार्थिव शरीर को वृंदावन की पवित्र भूमि में समाधि में रखा जाएगा.