उत्तराखण्ड
स्वास्थ्य विभाग लगायेगा हर गांवों में स्वास्थ्य चौपालें- डॉ.धन सिंह रावत
डॉ. रावत बोले, स्वास्थ्य चौपालें लगाकर लोगों में स्वास्थ्य के प्रति लायी जायेगी जागरूकता
स्वास्थ्य विभाग के तमाम जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश
डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए जल्द जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश
पैरामेडिकल स्टाफ, टैक्नीशियन, नर्स की कमी को दूर किया जायेगा
श्रीनगर गढ़वाल – प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए गांव-गांव में स्वास्थ्य चौपालें लगाने के निर्देश दिये। कहा कि चौपालें लगाकर गांव-गांव में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता के जितने भी अभियान गांव स्तर पर चलाये यहीं नहीं अभियान के साथ-साथ अस्पतालों में मिलने वाली फ्री स्वास्थ्य सेवाओं एवं उपलब्ध सेवाओं से भी अवगत कराये। स्वास्थ्य मंत्री ने 13 सीएचसी सेंटरों में शत-प्रतिशत आयुष्मान के जरिए मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिये जाने के निर्देश दिये। स्वास्थ्य मंत्री ने वैलनेस सेंटरों की स्थापना में धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की।
मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के सभागार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा जिले में डेंगू रोकथाम, वैलनेस सेंटरों के निर्माण, स्वीकृत कार्यो की प्रगति, अस्पतालों में पेयजल, शौचालय, बिजली, एएनएम सेंटरों की स्थिति, 15वें वित्त आयोग से संबंधी समीक्षा बैठक ली। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू रोकथाम के लिए पहले से सीएमओ को अपने अधीनस्थ अधिकारियों को यथासमय पर डेंगू प्रकोप से बचने के लिए जागरूगता अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के प्रधान, वार्ड मेम्बर, बीडीसी मेम्बर सहित सामाजिक संस्थाओं को साथ में लेकर डेंगू को लेकर भी जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सीएमओ पौड़ी को निर्देश दिये कि जहां भी अस्पताल भवनों की मरम्मत से लेकर रंग-रंगोन सहित पानी व बिजली की दिक्कतें है, उसे तत्काल प्रभाव से सुधार करे। इसके साथ ही जिला प्लान एवं राज्य सेक्टर में मिले बजट के अनुरूप समय पर कार्य शुरु ना होने से संबंधी कार्यदायी संस्था को त्वरित कार्य शुरु करने के निर्देश दिये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि जिन-जिन अस्पतालों में पैरामेडिकल स्टाफ, टैक्नीशियन, नर्स की कमी है, उन्हें पूरा करने के लिए कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने एमओआईसी को निर्देश दिये क्षेत्र में जो भी गभर्वती महिलाएं है, उनका सुरक्षित प्रसव हो इस लिहाज से प्रसव से एक हफ्ते पूर्व अस्पताल के नजदीक ला दे। ताकि प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को दिक्कतें ना हो। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में पुराने पड़े वाहनों सहित अन्य सामानों को हटाने के निर्देश दिये। इस मौके पर डीजी हेल्थ डॉ. विनीता शाह, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत, सीएमओ पौड़ी डॉ. प्रवीन कुमार, एमएस डॉ. रविन्द्र बिष्ट, सीएमएस संयुक्त अस्पताल डॉ.गोविंद पुजारी, राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष मातबर सिंह रावत भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र धिरवाण, भाजपा नेता डॉ. बीपी नैथानी, लखपत भंडारी, राजीव रावत समेत जिले स्तर के अधिकारी मौजूद थे।
चिकित्सकीय प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष बनेगे विधायक-
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि अस्पतालों की चिकित्सकीय प्रबन्धन समिति का अध्यक्ष अब विधायकों को बनाया जा रहा है। इसके लिए शासन स्तर पर अभी कार्यवाही चल रही है। ताकि विधायक के नेतृत्व में चिकित्सकीय प्रबन्धन समिति बेहतर ढ़ग से संचालित हो सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के हर अस्पतालों में हर 15 दिन बाद विधायकगण निरीक्षण पर पहुंचेगे।