हल्द्वानी
काठगोदाम नरीमन चौराहे में सैकड़ो साल पुराना पेड़ टूटा,कांग्रेस नेता दीपक बल्यूटिया पहुंचे थाने , प्रशासन के खिलाफ लिखा दी रिपोर्ट ।।
हल्द्वानी। उत्तराखंड में इन दिनों हो रही भारी बारिश का असर दिखने लगा है। आज हल्द्वानी के काठगोदाम में वर्षों पुराना पाखड़ का पेड़ सड़क पर गिर गया है। पेड़ गिरने से हल्द्वानी-नैनीताल यातयात मार्ग पूर्ण रूप से प्रभावित हो गया था। पुलिस टीम पहाड़ की ओर आ रहे यात्रियों को अन्य मार्गों से भेजती रही ।इसी बीच कॉंग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने प्रशासन के खिलाफ थानाध्यक्ष काठगोदाम को प्राथमिकी सौंपी।
कांग्रेस नेता ने लगाए प्रशासन पर बहुत बड़े आरोप
दीपक बल्यूटिया ने नरीमन चौराहे में गिरे पाखड़ के पेड़ के जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की माँग की। उन्होंने बताया कि प्रशासन की लापरवाही के चलते आज बड़ी घटना हो सकती थी। नैनीताल मुख्य मार्ग में सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है और सड़क किनारे बहुत पुराने वृक्ष हैं जिसे जनता सुरक्षित करने की माँग कर रही है। क्षेत्रीय प्रशासन व जिम्मेवार विभाग द्वारा पेड़ों की जड़ों के चारों तरफ खुदाई कर जड़े कमजोर कर दी जिस वजह से एक बारिश में पेड़ गिर गया जिसकी चपेट में पर्यटक की कार आ गई जिसमे उनका परिवार व बच्चा बैठा था। प्रशासन की लापरवाही व अनियोजित कार्ययोजना की वजह से राहगीरों को जान माल का खतरा बना हुआ।
अभी और पेड़ों के गिरने की संभावना
अभी भी कई ऐसे पेड़ हैं जिनके जड़ों के चारों ओर मिट्टी खुदी है जो जान को खतरा है।एक तरफ 40 पेड़ों को संरक्षित करने के लिए ट्रांस्पलांट की बात कही जा रही है, दूसरी तरफ पेड़ों की जड़ों को खोद कर कमजोर किया जा रहा है। जो कि प्रशासन की कार्यप्रणाली व मनसा में सवाल खड़े करता है।
कांग्रेस नेताओं का दावा- पुल भी दे रहा है हादसों को दावत
दूसरी तरफ काठगोदाम कलसिया पुल जो कि अस्थाई रूप से बना है अपने आप में दुर्घटना को दावत दे रहा जिससे पहाड़ों को भारी वाहन आवाजाही करते हैं। उसी पुल से मा० उच्च न्यायालय के जज, अधिवक्ता, पर्यटक, आर्मी की गाड़ियाँ, क्षेत्रीय व पहाड़ की जनता गुजरती है, मगर इस पर प्रशासन बिलकुल गंभीर नहीं है और मानो किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा हो। दीपक बल्यूटिया ने माँग की कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाए व शीघ्र ऐसे पेड़ों जिनकी जड़ों की मिट्टी खोद दी गई है को चिन्हित कर जनसुरक्षा के लिए पुनः उनको सुरक्षित किया जाय।दीपक बल्यूटिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अफसर अभी भी नहीं चेते तो इस मुद्दे को जन आंदोलन किया जाएगा और उचित मंच में पैरवी की जाएगी।