बागेश्वर
बागेश्वर – आंदोलन की धरती बागेश्वर में हंगामा,महिलाओं से कैसे डरा आबकारी विभाग ?
बागेश्वर – कमस्यारघाटी के अठपैसिया में खुली विदेशी शराब की दुकान का सोमवार को महिलाओं ने ख़ूब विरोध किया। जिसके बाद प्रशासन व आबकारी विभाग बैकफुट पर आ गया। देर शाम उन्होंने दुकान का सामान समेट लिया और दुकान बंद हो गई है । विरोध में 97 साल के पूर्व शिक्षक ने धरना दिया। साथ ही, भद्रकाली मंदिर समिति ने भी विरोध जताया था।आपको बता दें कि शराब की दुकान के खिलाफ क्षेत्र के लोगों ने रविवार को पुलिस को ज्ञापन देकर अठपैसिया में खुली शराब की दुकान का विरोध शुरू कर दिया था। सोमवार को क्षेत्र के लोग शराब की दुकान के पास पहुंचे। यहां सरकार व आबकारी विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। महिलाओं ने कहा कि उनके क्षेत्र में संचार सुविधानहीं है। इसके लिए कई बार आंदोलन कर दिए, लेकिन आज तक सुविधा नहीं मिल पाई है। लोगों ने कहा कि गांव पहले ही पलायन के चलते खाली हो गए हैं। अब महिलाएं व बुजुर्ग गांव ही पहाड़ रह रहे हैं। ऐसे में क्षेत्र में शराब की दुकान कतई सहन नहीं की जाएगी। नाराज लोगों ने दुकान पर ताले जड़ दिए हैं । इस दौरान 97 साल के पूर्व शिक्षक निरकारी संत सोहन सिंह रावत और महिलाएं भी धरने पर बैठीं। महिलाओं के विरोध के बाद तहसीलदार किशोर रौतेला, राजस्व उप निरीक्षक दयाकृष्णपंत, आबकारी इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार मौके पर पहुंचे। यहां पहुंचने पर उन्हें भी विरोध झेलना पड़ा। बाद में उन्होंने दुकान का सामान समेट लिया और पिकअप में रखकर ले गए। तहसीलदार रौतेला ने बताया कि दुकान रावतसेरा व कमेड़ीदेवी के नाम खुली थी। अठपैसिया में गलती से दुकान खुल गई थी। विरोध के बाद एसडीएम के निर्देश के बाद उसे बंद कर दिया है।