हल्द्वानी
कुमाऊं मूल के लोग अब speak Kumaoni ऐप से सीखेंगे कुमाऊनी ।। CM धामी ने की app की तारीफ ।। लेकिन यह एप कुमाऊनी मूल के व्यक्ति ने नहीं पंजाबी व्यक्ति ने बनाया ।।
अब कुमाऊंनी के लिए एक में नई पहल
हल्द्वानी – पिछले दिनों हमने आपको कुमाऊनी भाषा को स्कूल में पढ़ाने को लेकर सरकार की उदासीनता को सामने रखा था , जिसमें हमने कुमाऊनी भाषा में छपी किताबों का स्कूलों में उपलब्ध ना होना बताया था, इसके बाद अनेक अध्यापकों के द्वारा बताया गया कि एक बार तो उनके स्कूलों में किताब पहुंची लेकिन फिर अगली बार से उपलब्ध नहीं हो पाई, कुमाऊनी भाषा को लेकर चाहे सरकार उदासीन रही हो लेकिन अनेक लोग इसके लिए पहल कर रहे हैं और उसका सकारात्मक प्रभाव भी देखा जा रहा है।।
इस ऐप से सीखें कुमाऊंनी
हम बात कर रहे हैं कुमाऊंनी भाषा सिखाने के लिए डिजाइन की गई एक नई वेबसाइट और एप ‘स्पीक कुमाऊंनी’ की । जिसका आधिकारिक रूप से शुभारंभ हो चुका है । यह प्लेटफार्म कुमाऊंनी भाषा की पढ़ाई और उच्चारण को सरल तरीके से सिखाने का एक डिजिटल तरीका प्रदान करता है, जो तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मराठी, बंगाली, उर्दू, पंजाबी, गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी सहित दस भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है।बड़ी बात यह है कि इस ऐप को बनाने का श्रेय कुमाऊनी मूल के व्यक्ति को ना जाकर एक पंजाबी मूल के व्यक्ति को जाता है , ‘स्पीक कुमाऊंनी’ के विकास का श्रेय डा. आर के ठुकराल को जाता है, जो रुद्रपुर में एक पंजाबी मूल निवासी हैं। वर्तमान में वह मुक्तेश्वर क्षेत्र में निवास करते हैं। ।
डॉ ठुकराल ने बताया कि यह वेबसाइट और एप पूरी तरह से मुफ्त में उपलब्ध है। इस प्लेटफार्म के लिए सामग्री हल्द्वानी स्थित शिक्षाविद, संगीतकार और कुमाऊंनी लोक विशेषज्ञ हेम हर्बोला द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘कुमाऊंनी पहाड़ी बोली’ से ली गई है।उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के ‘हैलो हल्द्वानी’ की रेडियो पत्रकार, आरजे सुनीता भास्कर ने कुमाऊंनी वॉयस ओवर प्रदान किया है, जबकि अन्य दस भाषाओं के ऑडियो ए आई तकनीक द्वारा उत्पन्न किये गये हैं।
लोगों ने पहल को बताया बेहतरीन प्रयास
कुमाऊं डिवीजन के विभिन्न व्यक्तियों और संस्थानों ने इस परियोजना को विशेष समर्थन दिया है। चाहे सरकार की योजना फैल हो गई हो लेकिन इस पहल की मुख्यमंत्री धामी ने भी सराहना की है । उन्होंने उम्मीद जताई कि यह एप पर्यटकों, यात्रियों और अन्य राज्यों में रहने वाले कुमाऊंनी युवाओं को लाभान्वित करेगा और कुमाऊनी भाषा के प्रचार और प्रसार को मजबूत करेगा। हम प्रतिपक्ष संवाद की ओर से इस पहल सराहना करते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह एप एक नई क्रांति का काम करेगा ।।