उत्तराखण्ड
पत्र भेजकर कहा था,,,,
कांडा तहसील के गांव वासियों ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजकर कहा था कि अवैध खड़िया खनन से उनकी खेतीबाड़ी, घर, पानी की लाइनें चौपट हो चुकी हैं। जो संपन्न थे, उन्होंने अपना आशियाना हल्द्वानी या अन्य जगहों पर बना दिया है। अब गावों में निर्धन लोग ही बचे हुए है। उनके जो आय के साधन थे उन पर अब खड़िया खनन के लोगों की नजर टिकी हुई है। इस संबंध में कई बार उच्चाधिकारियों को प्रत्यावेदन दिए गए लेकिन उनकी समस्या का कुछ हल नहीं निकला। इसलिए अब हम न्यायालय की शरण में आए हैं। उनकी समस्या का जल्द ही समाधान किया जाए।











