रूद्रप्रयाग
राज्य में फर्जी डिग्री के आधार पर पढ़ा रहे थे शिक्षक ,अब हुई कारवाही : दो शिक्षकों को हुई जेल ।।
रुद्रप्रयाग – राज्य में फर्जी डिग्री से अनेक लोग नौकरी में कार्य करते हैं ऐसा कई बार सामने आ चुका है कई लोग तो ऐसे भी हैं जो फर्जी डिग्री लेकर नौकरी करने के बाद रिटायर भी हो जाते हैं और उसके बाद मामले का खुलासा होता है, अब एक नया मामला है फर्जी बीएड की डिग्री के आधार पर नौकरी का है,
आपको बता दें रुद्रप्रयाग जिले में नौकरी करने के मामले में दोषी दो शिक्षकों को अदालत ने पांच वर्ष कैद की सजा सुना दी है। रुद्रप्रयाग जिले में तैनात शिक्षक विक्रम सिंह और शिव सिंह राणा पर आरोप था कि उन्होंने बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षा विभाग में नौकरी प्राप्त की। मामले में शासन स्तर से एसआईटी जांच कराई गई।
दोनों शिक्षकों की बीएड की डिग्री का सत्यापन किया गया,जिसमें यह फर्जी पाई गईं। इसके आधार पर शिक्षा विभाग ने दोनों शिक्षकोंके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। और अब फर्जी बीएड की डिग्री के आधार पर नौकरी पाने का दोषी पाया गया है । दोनों आरोपियों को आईपीसी की धारा 420 के अंतर्गत पांच वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है ।
जुर्माना अदा नहीं करने पर तीन माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। वहीं आईपीसी की धारा 471 के अंतर्गत दो वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी। अब दोनों को जेल भेजा गया है। इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि राज्य में कितने लोग फर्जी डिग्री से शिक्षक बनते हैं, और भी कितने विभागों में यह खेल चल रहा होगा,