अल्मोड़ा
स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही से मकान स्वामी ने अस्पताल में ठोका ताला।
रिपोर्ट -रमेश जड़ौत
अल्मोडा़ -जिले में स्वास्थ्य सेवाएं किस कदर बदहाल हैं। इसकी एक बानगी अल्मोड़ा जिले के रीठागाड़ पट्टी में देखी जा सकती है। यहां करीब 65 साल पहले एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना किराए के भवन में की गई थी। जिसका आज तक किराया महज डेढ़ सौ रुपये है। लेकिन स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही इतनी कि इस मामूली किराए का लंबे समय से मकान मालिक को भुगतान नहीं किया गया है। जिस कारण अब मकान स्वामी ने अस्पताल पर ताला ठोक दिया है।
जिले के भैंसियाछाना विकास खंड के कनारीछीना में करीब 65 वर्ष पहले स्थानीय निवासी बहादुर सिंह डसीला के मकान में डेढ़ सौ रुपये किराए से दो कमरों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया। तब से भवन स्वामी के कई बार के अनुरोध के बाद भी स्वास्थ्य महकमे ने अस्पताल भवन के किराए में कोई वृद्धि नहीं की। आज तक जैसे तैसे यह अस्पताल इस भवन में चल रहा था। लेकिन पिछले कुछ सालों से विभाग ने यह मामूली किराया तक भवन स्वामी को नहीं दिया। जिससे गुस्साए भवन स्वामी ने बीते सोमवार को अस्पताल भवन में ताला ठोक दिया। दो दिनों तक बंद रहने के बाद अब विभाग एएनएम सेंटर कनारीछीना से इस अस्पताल का संचालन कर रहा है। ऐसा नहीं है कि यहां अस्पताल भवन के निर्माण की कवायद शुरू नहीं की गई। ग्रामीणाें ने अस्पताल भवन की घोषणा के बाद अपनी भूमि दान में दी और निर्माण कार्य भी शुरू हुआ। लेकिन विभाग और कार्यदायी संस्था की लापरवाही के चलते कुछ कार्य करने करने के बाद निर्माण कार्य आधा अधूरा छोड़ दिया। विभाग की इस लापरवाही से जहां स्थानीय लोगों में आक्रोश पनप रहा है।वहीं दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है।