देहरादून
उत्तराखंड के बच्चे अब विज्ञान को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पढ़ेंगे, नई किताब बन के तैयार: इसलिए लिया गया था निर्णय ।।
छात्रों के लिए विशेष तौर पर प्रकाशित कराई गई द्विभाषी क़िताब
देहरादून – एक जुलाई से उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों के छात्र कक्षा तीन से लेकर 12 वीं तक विज्ञान की पढ़ाई हिंदी या अंग्रेजी किसी भी भाषा में कर सकेंगे। डीजी-शिक्षा बंशीधर तिवारी ने बताया कि वर्तमान शैक्षिक सत्र से इस सुविधा की शुरूआत कर दी गई है। छात्रों के लिए विशेष तौर पर प्रकाशित कराई गई द्विभाषी किताबों काइन किताबों का पहला लॉट शिक्षा विभाग को मिल गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले साल पंद्रह अगस्त को की थी घोषणा
गर्मियों की अवकाश के दौरान ही इन किताबों को छात्रों को मुहैया कराया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले साल पंद्रह अगस्त को इस की घोषणा की थी। सरकारी स्कूलों के छात्रों की सुविधा के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण विषयों की किताबों को दोनों भाषाओं में प्रकाशित कर देने के आदेश दिए थे। हालांकि पहले हर अध्याय का एक पेज हिंदी और उसके सामने दूसरा पेज अंग्रेजी में अनुवाद करने की योजना थी।लेकिन एनसीईआरटी के इंकार कर देने के बाद एक पूरे अध्याय को हिंदी में और उसके बाद उसी अध्याय को अंग्रेजी में प्रकाशित कराया गया है।
इसलिए लिया गया निर्णय
इंटरमीडिएट के बाद उच्च शिक्षा में अंग्रेजी का प्रभुत्व होने की वजह से यह निर्णय किया गया। मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रबंधन समेत सभी क्षेत्रों में पढ़ाई के लिए अंग्रेजी में दक्ष होना भी जरूरी है। विदेशी लेखकों के लेख, शोध पत्र और उनकी पुस्तकों का अध्ययन करने के लिए अंग्रेजी की जानकारी आवश्यक है। यह विषय सामने आने पर मुख्यमंत्री ने तत्काल इसे लागू करने की घोषणा कर दी। डीजी शिक्षा के अनुसार राज्य के सरकारी स्कूलों के छात्र किसी स्तर पर पीछे न रहे, इसके लिए विज्ञान विषयों को हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी में भी मुहैया कराने की पहल की गई।