उत्तराखण्ड
जल्द ही बनने जा रही है प्रदेश की पहली सरकारी गौशाला।
सड़क पर घूमने वाले गोवंश को कहां, रखा जाए? उनको धूप और बारिश से कैसे बताया जाए? ये अभी तक एक बड़ी समस्या का विषय बना हुआ था, हालाकि अब इस समस्या का समाधान मिल चुका है, और जितनी तेजी से इस समाधान पर काम किया जा रहा है, उसको देख कर ये कहना गलत नहीं होगा कि जल्द ही समस्या का समाधान प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देगा। दरअसल, हल्द्वानी के हल्दुचौड़ के गंगापुर कबड़वाल गांव में प्रदेश का पहला सरकारी गौशाला बनाई जा रही है, जिसका निर्माणकार्य के लिए रफ़्तार तेज करदी गई है। हल्दुचोर की गंगापुर का बढ़वाल गांव में निर्माण अधीन गौशाला में पहले चरण में करीब 500 निराश्रित गोवंशों को रखा जाएगा। जिसके लिए नगर आयुक्त विशाल मिश्रा द्वारा अधिनस्तो को 3 सप्ताह के भीतर भीतर गौशाला में लगने वाले टिनशेडो के निर्माण कार्य को हर हाल में निपटाने के आदेश दिए गए है। बताते चलें कि सड़क से लगातार पकड़े जा रहे गौवंशो को रखने के लिए अभी तक कोई भी सरकारी गौशाला नही थी, जहां पर गौवंशों को रखा जा सके। जिसकी वजह से 5 अलग अलग गैशालाओं में उनको रखा जा रहा था। लेकिन अब नगर निगम द्वारा हल्दुचौड़ के गंगापुर गांव में 67 एकड़ की जमीन पर गौशाला बनाने का काम किया जा रहा है, जिसमें कम से कम 4000 से अधिक गोवंशो को रखा जा सकेगा। नगर निगम की मानें तो ये गौशला प्रदेश में बनने वाली पहली सरकारी गौशाला होगी। नगर आयुक्त विशाल मिश्रा की अगुवाई वाली टीम लगातार निर्माणाधीन गौशाला का निरीक्षण कर रही है, और कार्य प्रगति की जांच भी कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार गौशाला की सुरक्षा के लिए करीब एक किलोमीटर की बाउंड्रीवाल बनाई जा चुकी है। इसी के साथ नगर आयुक्त द्वारा जल्द से जल्द गौशाला के लिए ट्रेन सीट बनाने को कहा गया है।