उत्तराखण्ड
पहले चरण का मतदान हुआ संपन्न ,उत्तराखंड में वोटिंग प्रतिशत निराशाजनक : आखिर क्यों नहीं दिया उत्तराखंड के लोगों ने वोट ,अनेक पोलिंग बूथों में तो हो गया चुनाव का बहिष्कार ।।
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की पांच सीटों पर मतदान 5 बजे थम गया है । सुबह जहां मतदान को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने मिला। दोपहर बाद मतदान की रफ्तार में भी भारी कमी आ गई ।। लोकसभा चुनाव सभी जिलों में सुव्यवस्थित और शांतिपूर्वक ढंग से सम्पन्न हुई..उत्तराखंड के अनेक लोगों ने वोट नहीं दिया इसके पीछे वर्तमान प्रत्याशियों के द्वारा लोगों के बीच रुचि को भी देखा जा सकता है और अनेक पार्टियों के पास तो पोलिंग बूथ में बैठने के लिए कार्यकर्ता तक नहीं थे .
और इसमें सबसे बड़ा कारण भयंकर पलायन की मार झेल रहे पहाड़ का भी है ।।उत्तराखंड की बात करें तो पलायन की सबसे ज्यादा मार झेल रहे अल्मोड़ा लोकसभा में सबसे कम 44.43% मतदान हुआ ,वही गढ़वाल की बात करें तो 48 79% मतदान हुआ. हरिद्वार में 59.01% तो नैनीताल- उधम सिंह नगर लोकसभा सीट में में 59.36% प्रतिशत मतदान हुआ इसी के साथ टिहरी गढ़वाल में 51.01% मतदान हुआ है ।।राज्यों की बात करें तो अति संवेदनशील होने के बाद भी पश्चिम बंगाल में 77.57% मतदान हुआ जबकि त्रिपुरा में भी 76.10% मतदान हुआ हैमतदान बहिष्कार के चलते प्रदेश के कई पोलिंग बूथों पर सन्नाटा छाया रहा ।
सुबह से मतदान केंद्र में लोग वोट डालने के पहुंचे ही नहीं। जिसके चलते कई जगह शासन-प्रशासन के अधिकारी लोगों को वोट देने के लिए अपील करते रह गए,अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि निर्वाचन द्वारा इन लोगों को मनाने का काम लंबे समय से किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मतदान ना करना किसी समस्या का समाधान नहीं था ।