टिहरी
शिक्षा का मंदिर जर्जर तो नागराज देवता के मंदिर में पढ़ते हैं बच्चे : अच्छी शिक्षा के दावे फेल।
6 साल से टूटा है शिक्षा का मंदिर
टिहरी – भिलंगना ब्लॉक का प्राथमिक विद्यालय सिलुड़ी नागराजा मंदिर परिसर में संचालित हो रहा है। भवन जर्जर होने के कारण स्कूल पिछले छह साल से सुविधाओं को तरस रहा है। बासर पट्टी के सिलुड़ी गांव में वर्ष 2001 में प्राथमिक विद्यालय भवन का निर्माण किया गया था, जिसके बाद गांव के साथ आसपास के बच्चों को गांव के विद्यालय भवन में पढ़ाई की सुविधा मिलने लगी, लेकिन 18 वर्षों में विद्यालय भवन की स्थिति खराब हो गई। वर्ष 2018 में विद्यालय भवन की स्थिति जर्जर होने के कारण छात्र-छात्राओं को दिक्कत हो रही है।जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है।
स्कूल के समीप मंदिर में पढ़ते हैं बच्चे ।
जर्जर भवन से खतरे को देखते हुए पिछले छह साल से कक्षाएं स्कूल के समीप मंदिर में संचालित हो रही हैं। स्कूल के प्रधानाध्यापक तेज सिंह कोहली ने बताया कि में विद्यालय में वर्तमान सत्र में 26 छात्र-छात्राएं हैं। विद्यालय की स्थिति जर्जर होने के कारण छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के लिए मंदिर परिसर में ही बैठाना पड़ रहा है। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी सुमेर सिंह कैंतुरा ने बताया प्राथमिक विद्यालय सिलुड़ी के जर्जर भवन के पुनर्निर्माण के लिए समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है, लेकिन बजट की स्वीकृति नहीं मिल पाई है। इस वित्तीय वर्ष में स्कूल भवन के मरम्मत के लिए बजट मिलने की उम्मीद है।