नैनीताल
सोचनीय – शिक्षकों को पढ़ने के बजाय नैनीताल में बनाया ट्रैफिक पुलिस, डीएम का अजब गजब आदेश, अब टीचर सभालेंगे यातायात व्यवस्था ।।
अफसोस – शिक्षकों को अब ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी
नैनीताल – नैनीताल की जैसी कार्य प्रणाली शायद ही किसी राज्य में होगी, जहां देश के अनेक राज्य शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और स्कूलों में शिक्षक तैनात कर रहे हैं वहीं उत्तराखंड राज्य में शिक्षकों को अब ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी दी जा रही है ,क्या कोई नेता या मंत्री बताएगा कि उनके इस कदम से राज्य को वह किस दिशा में ले जा रहे हैं जी हां दोस्तों यह व्यवस्था देश के किसी भी हिस्से में नहीं होगी जो उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने अपने शिक्षकों के लिए अजब-गजब फरमान जारी किया है।नैनीताल जिले के शिक्षक अब बच्चों को पढ़ाएंगे ही नहीं बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था भी संभालेंगे।
राजकीय शिक्षक संघ शिक्षकों की ट्रैफिक ड्यूटी लगाने के विरोध में
यह मज़ाक नहीं सच है,उनके साथ बाबुओं को भी ड्यूटी पर लगाया गया है। पर्यटकों के लगातार बढ़ते दबाव और जिले में पुलिसकर्मियों की कमी की वजह से डीएम के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने यह आदेश जारी किया है। यहां तक कि डीईओ (माध्यमिक) पुष्कर लाल टम्टा भी कुछ दिन पहले रूसी बाईपास पर ट्रैफिक ड्यूटी कर चुके हैं। कल से ही राजकीय शिक्षक संघ शिक्षकों की ट्रैफिक ड्यूटी लगाने के विरोध में उतर आया है।
शिक्षक पर सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा
डीईओ बेसिक की ओर से जारी आदेश के मुताबिक पांच शिक्षकों को नैनीताल जिले में ट्रैफिक जाम निपटने के लिए नामित किया है। ये शिक्षक सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे। इनमें सहायक अध्यापक एलटी दान सिंह बिष्ट, आशीष साह, महिपाल चंद्र, वरिष्ठ सहायक जगदीश सिंह नेगी, कनिष्ठ सहायक अंकित चंद्र शामिल हैं। एलटी शिक्षक आशीष साह ने बताया कि शुक्रवार को उनकी ड्यूटी रूसी बाइपास पर लगी थी। बता दें कि पर्यटन सीजन में नैनीताल की यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है। यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए बीते दिनों डीएम वंदना सिंह ने अधिकारियों की ड्यूटी भी एंट्री प्वाइंटों पर लगाई थी। डीईओ माध्यमिक पुष्कर टम्टा ने बताया कि डीएम के निर्देश पर शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।